विष्णु/नितिन
डेली संवाद, जालंधर
कश्मीरी स्टूडेंट को अपने होम टाउन से पुलिस क्लियरेंस सर्टिफिकेट लाना होगा, जिसमें ‘ही इज़ नॉट इन्वॉल्व्ड इन एेनी क्रिमिनल ऑफेंस एंड एंटी नेशनल मूवमेंट’ लिखा होना जरूरी होगा। यह सर्टिफिकेट कॉलेज और लोकल पुलिस को सब्मिट करना होगा। इसके बाद ही कश्मीरी स्टूडेंट्स को कॉलेज या इंस्टीट्यूट में एडमिशन मिलेगा। कॉलेज प्रबंधकों का कहना है कि ऐसा सुरक्षा के मद्देनजर किया जा रहा है।
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अलकायदा के कश्मीरी आतंकी संगठन अंसार गजवत-उल-हिंद (एजीएच) से जुड़े सीटी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग के स्टूडेंट जाहिद गुलजार, यूसुफ रफीक भट्ट, सेंट सोल्जर कॉलेज का स्टूडेंट मोहम्मद इदरिश शाह और सुहैल अहमद भट्ट की गिरफ्तारी के बाद अब दोबारा ऐसी चूक न हो, इसलिए अब जम्मू-कश्मीर से स्टडी के लिए राज्य के किसी भी शिक्षा संस्थान में एडमिशन से पहले स्टूडेंट से प्रबंधन पुलिस क्लियरेंस सर्टिफिकेट की मांग करेगा।
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सर्टिफिकेट सब्मिट करने के बाद ही एडमिशन की प्रकिया शुरू होगी। इसके अलावा पहले से स्टडी करने वाले स्टूडेंट्स के लिए भी यह सर्टिफिकेट देना जरूरी होगा। भास्कर ने स्टूडेंट्स से बात की तो उन्होंने कहा कि एजुकेशन इंस्टीट्यूशंस ने उनसे सर्टिफिकेट मांगा है।
पेरेंट्स की डिटेल और ईमेल भी देनी होगी: राज्य के अलग-अलग शहरों में हायर स्टडी के लिए आए करीब 9000 कश्मीरी स्टूडेंट को अपने परमानेंट रेजीडेंस के पुलिस थाने से पुलिस क्लियरेंस सर्टिफिकेट (पीसीसी) लाकर कॉलेज और लोकल पुलिस स्टेशन में जमा करवाने के लिए कहा गया है।
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पीसीसी हासिल करने के लिए स्टूडेंट को अपनी पासपोर्ट साइज फोटो, नाम, पता, माता-पिता का नाम पंजाब के किस शहर में किस कॉलेज में पढ़ रहा है और किस जगह पर रह रहा है, का पूरा डाटा उसे अपने शहर के लोकल पुलिस स्टेशन में देना होगा और इसके साथ ही पुलिस को यह भी लिखकर देना होगा कि उसका कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं है।
इसके बाद वहां की लोकल पुलिस उसे पीसीसी सर्टिफिकेट इश्यू करेगी। इसके अलावा शहर के कॉलेजिस अपने स्तर पर कॉलेज में पढ़ रहे लोकल और अदर स्टेट के स्टूडेंट्स का बायोडाटा वेरिफाई कर रहे हैं, जिसमें स्टूडेंट्स से पेरेंट्स का नाम, पता, स्टूडेंट्स के पीजी और उसके मालिक का पता, स्टूडेंट्स का ई-मेल एड्रेस भी रजिस्टर्ड किया जा रहा है। पुलिस ने कश्मीरी स्टूडेंट्स के सोशल अकाउंट्स पर भी नजर रखनी शुरू कर दी है।