डेली संवाद, अमृतसर
दशहरा समारोह के दौरान अमृतसर में हुए दर्दनाक हादसे को लेकर लोगों में भारी आक्रोश है। गुस्साए लोगों ने शिवाला फाटक के गेटमैन निर्मल सिंह की जमकर पिटाई की और उसे रेलवे के केबिन (एस-26-ई3) से नीचे फेंक दिया। इस दौरान गेटमैन के सिर में गंभीर चोटें आई हैं। आज लोगों की पुलिस से झड़प भी हुई। लोगों ने पथराव भी किया।
#WATCH Amritsar: Protesters being chased away by police at Joda Phatak after they pelted stones on them when they (police) asked them to clear the railway tracks where they were sitting in protest against #AmritsarTrainAccident. #Punjab pic.twitter.com/tAPkOB5fc2
— ANI (@ANI) October 21, 2018
भीड़ का गुस्सा यहीं नहीं थमा और रेलवे क्रॉसिंग केबिन में भी जमकर तोड़-फोड़ की गई। वहीं दूसरी ओर ये बात भी सामने आई की दशहरे का आयोजन करने वाली कमेटी ने स्थानीय प्रशासन से मंजूरी ली थी, ऐसे में हादसे को लेकर स्थानीय प्रशासन सवालों के घेरे में आ गया है। कमेटी का कहना है कि उसने कार्यक्रम में सुरक्षा मुहैया कराने के लिए पुलिस को पत्र लिखा था और जवाब में सब इंस्पेक्टर दलजीत सिंह ने लिखा था कि पुलिस को इस आयोजन से आपत्ति नहीं है।
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इस दर्दनाक हादसे में 70 लोगों की मौत हुई है। वहीं मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा, है कि पंजाब और हिंदुस्तान की सहानुभुति आज मरने वालों के परिवारों के साथ है। चंडीगढ़ फ्लैग आज आधा झुका रहेगा। इस मामले में जांच जरूरी है। इसलिए हम कमिश्नर के नेतृत्व में मजिस्ट्रेट इंक्वायरी बैठा रहे हैं। जांच रिपोर्ट चार हफ्ते में मांगी गई है।
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