डेली संवाद, जालंधर
जिस देश में MeToo कैंपेन चल रहा है। यौन शोषण मामले में बड़े बड़े नाम सामने आ रहे हैं। देश के एक कैबिनेट मंत्री को इस्तीफा देना पड़ा हो, उसी देश में इस तस्वीर पर कोई नहीं बोल रहा है। जिसमें रेप के आरोपी पर पुष्प वर्षा की जा रही है। केरल में नन के साथ रेप के आरोपी बिशप फ्रैंको मुलक्कल के बारे में तो आपको पता ही होगा। मुलक्कल ज़मानत पर रिहा होकर जालंधर पहुंचा तो इस तरह से स्वागत हुआ कि मानो कोई देवता आ गया है।
जिस बिशप ने 14 बार किसी नन का बलात्कार किया है, उसका इस तरह से स्वागत बड़े सवाल खड़े करते हैं। क्या एक समुदाय विशेष को रेप जैसे जघन्य आरोप के बारे में नहीं पता? क्या नन के साथ हुए रेप में कोर्ट से ऊपर है आरोपी? अभी कोर्ट से जमनत मिली है, कोई क्लीन चिट नहीं, जिससे कि रेप के आरोपी को इस तरह से स्वागत किया जा रहा है।
कठोर शर्तों के साथ मिली बिशप को जमानत
हाई कोर्ट ने बिशप को कठोर शर्तों के साथ जमानत दी है। शर्त के अनुसार, वह केरल में प्रवेश नहीं करेंगे, अपना पासपोर्ट सौपेंगे और दो सप्ताह में एक बार पुलिस के समक्ष पेश होंगे। केरल की नन के साथ रेप मामले में केरल पुलिस की गहन जांच के बाद मुलक्कल को 21 सितंबर को गिरफ्तार किया था।
बता दें कि पीड़िता नन ने आरोप लगाया था कि बिशप ने 2014 से 2016 के बीच कई बार उनके साथ रेप किया था। मामला तूल पकड़ने के बाद बिशप ने अपने बचाव में कई तर्क दिए। उन्होंने यहां तक कहा कि उनसे बदला लेने के लिए यह शिकायत की गई। बिशप ने नन के खिलाफ जांच करने की भी अनुमति मांगी थी।
बिशप के स्वागत पर भड़का पीड़िता का भाई, कहा- उसे खुद पर शर्मिंदगी होना चाहिए
केरल हाई कोर्ट ने नन रेप केस के आरोपी बिशप फ्रैंको मुलक्कल को सर्शत जमानत दी थी। जमानत मिलने के बाद वह बुधवार को जालंधर पहुंचे। आरोपी बिशप का यहां उनके समर्थकों ने खूब जोरो-शोरों से स्वागत किया।
उनके इस तरह स्वागत पर रेप केस की पीड़िता के भाई ने नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि कोर्ट ने उसे जमानत दी उस पर हम कुछ नहीं कहेंगे, लेकिन वह निर्दोष नहीं है। जालंधर में जिस तरह से उनका स्वागत किया गया, मुझे उस पर आपत्ति है। उन्होंने आगे कहा कि एक धार्मिक व्यक्ति होने के नाते, उसे खुद पर शर्मिंदगी होना चाहिए। वह बिलकुल शर्मिंदा नजर नहीं आ रहे थे।
यह है मामला
जानकारी के अनुसार कोट्टायम जिला पुलिस अधीक्षक को की गई शिकायत में नन ने आरोप लगाया है कि 2014 में जिले के कुरावलंगद क्षेत्र में एक अनाथालय के नजदीक एक गेस्ट हाउस में पहली बार उससे यौन शोषण किया गया। इसके बाद उसका 14 बार यौन उत्पीडऩ किया गया है। यह नन पंजाब में जालंधर स्थित डायोसीस कैथलिक चर्च के तहत चलने वाले एक संस्थान में काम करती थी। इस संस्थान के मुखिया 54 वर्षीय बिशप फ्रैंको मुलक्कल है।
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आप भी देखें वीडियो, (हम इसकी पुष्टि नहीं करते हैं)
https://youtu.be/m5HwuWS-1l8







