नई दिल्ली। आजतक के खास शो ‘सीधी बात’ में कांग्रेस के स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को अपना पिता बताया। इसके साथ ही अकाली दल और बादल पिता पुत्र को पंजाब का सबसे बड़ा डकैत करार दिया। उन्होंने सीधी बात में पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा से हुई मुलाकात पर खुलकर बात की।
सिद्धू ने कहा कि दुनिया में कोई भी मुल्क ऐसा नहीं है जहां अपने मक्के को जाने के लिए रोका जाता हो. यहां तक की जेरूसलम में इतना जंग होने के बाद भी वहां मौजूद एलेक्सा मोस्क पर मुसलमान जाते हैं. क्राइस्ट की चर्च वहां क्रिश्चन जाते हैं. ऐसे में सिख जगत के लिए भारत सरकार को प्रयास करना चाहिए।
बीजेपी तस्करों के साथ खड़ी हो गई इसलिए छोड़ा साथ: सिद्धू
सिद्धू ने कहा, ‘मैंने बीजेपी इसलिए छोड़ा क्योंकि जो राष्ट्रधर्म की बात करते थे वो तस्करों और डकैतों के साथ खड़े हो गए. वो पंजाब में बीजेपी को गिरवी रखकर चले गए. मैंने बीजेपी को छोड़कर पंजाब को चुना.’
पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर पाकिस्तान यात्रा के सवाल पर सिद्धू ने कहा, ‘मेरी यात्रा एक महीने पहले ही तय हो गई थी. मैं तो वाजपेयी के रास्तों पर ही चल रहा था. क्या वाजपेयी जी दोस्ती के लिए पाकिस्तान नहीं गए थे. दिक्कत ये हुई कि सिद्धू गया और आपको किसी ने बुलाया नहीं तो आपको तकलीफ हो गई.’
उन्होंने कहा, ‘सिद्धू की एक झप्पी षडयंत्र है और इनकी एक राफेल पर 10 हजार करोड़ देना ठीक है. बाजवा आकर मुझे ये कहता है कि गुरुनानक देव जी का लांघा हम लोग खोलने वाले हैं. तो मैं पीठ करके खड़ा हो जाता. भारत-पाक का जब मैच होता है और वहां के खिलाड़ी आकर हाथ मिलाते हैं तो क्या लोग पीठ करके खड़े हो जाते हैं. मैं अपने देश के लिए गया था.’
सिद्धू ने कहा कि मोदी सरकार बताए कि राफेल डील में जो 10 हजार करोड़ ज्यादा लगे वो किसकी जेब में गए. नोटबंदी के फैसले पर हमला करते हुए सिद्धू ने कहा कि क्या ढ़ाबे में, घरों में और दुकानों पर काम करने वाले मजदूर मां-बहन और बेटे चोर हैं. अगर नहीं तो ये बताएं कि चोर कौन हैं. स्विस बैंक में लाखों करोड़ों रुपये चोरी कर जमा करने वाले कहां गए.
‘मैंने पंजाब के लिए डकैतों का साथ छोड़ा’
सिद्धू ने अकाली दल पर निशाना साधते हुए कहा कि मेरी मां कहती थी कि किसी का बुरा वक्त आए तो उसे छोड़ना नहीं. आज पंजाब का बुरा हाल है और इसलिए मैं पंजाब के साथ हूं. मेरे सामने सवाल ये था कि मैं पंजाब के साथ रहूं या डकैतों और तस्करों का साथ देने वालों के साथ रहूं. गिरगिट भी इतनी जल्दी रंग नहीं बदलता जितना बीजेपी बदलती है.
नोटबंदी एक तुगलकी फरमान था, अन्य देशों ने नोट बदलने के लिए चार चार साल लिए. लेकिन यहां एक रात में आदेश दे दिया गया. कहा गया कि आतंकवाद खत्म हो जाएगा लेकिन आतंकवाद बढ़ गया. टैक्स रिटर्न बढ़ी तो आरबीआई की इनकम कैसे कम हो गई.
अमरिंदर मेरे पिता: सिद्धू
अमरिंदर सिंह से रिश्ते पर सिद्धू ने कहा कि मैंने उन्हें अपना पिता माना है और ताउम्र उनके साथ खड़ा रहूंगा. उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी वो महिला हैं जिन्होंने प्रधानमंत्री पद को त्यागकर मनमोहन सिंह को पीएम बनाया और जब लड़ाई का मौका आया तो अपने बेटे को आगे कर दिया।
राहुल पर जायजा को उनके पीएम बनने के बाद लिया जाएगा. लेकिन 2019 में वर्तमान पीएम के कामों का जायजा लिया जाएगा। क्या आप केंद्र में जाएंगे, इस सवाल पर सिद्धू ने कहा कि जहां सिपाही को कहा जाएगा वहां सिद्धू खड़ा हो जाएगा। (साभार-aajtak)
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