महाबीर सेठ
डेली संवाद, जालंधर
जालंधर के मेयर जगदीश राजा और कांग्रेसियों को रो़ड स्वीपिंग मशीन से एलर्जी है, लेकिन मशीन के साथ काम करने वाले मुलाजिमों के साथ पूरी हमदर्दी है। जिससे हाउस के प्रस्ताव रद्द होने के बाद भी मेयर जगदीश राजा ने सरकार को चिट्ठी लिख कर रोड स्वीपिंग मशीन के साथ काम करने वाले 50 मुलाजिमों को नौकरी पर रखने की सिफारिश की है।
पूर्व मेयर सुनील ज्योति का बड़ा आरोप, कहा- शहर की स्थिति बदहाल, फेल हो गए हैं जगदीश राजा
रोड स्वीपिंग मशीन अकाली-भाजपा सरकार के समय मेयर रहे सुनील ज्योति ने शुरू की थी। तब मशीन के जरिए शहर की मुख्य सड़कों समेत चुनिंदा सड़कों की सफाई और धुलाई की जा रही थी। इसका तब विपक्ष के नेता रहे जगदीश राजा और कांग्रेसियों ने विरोध किया था। कांग्रेस ने इसमें करोड़ों रुपए का करप्शन बता कर खारिज किया था।
पढ़ें मेयर जगदीश राजा की पूरी चिट्ठी
अब जब जगदीश राजा मेयर बन गए तो सबसे पहले रोड स्वीपिंग मशीन पर सरकार की बिजली गिरी। रोड स्वीपिंग मशीन प्रोजैक्ट में करप्शन बताकर इसे बंद करवा दिया गया। नतीजन पिछले कई महीने से रोड की सफाई बंद है। जिससे रोड किनारे कूड़े और कचरे का ढेर लगा हुआ है।
डायरैक्टर को मेयर ने लिखी चिट्ठी
इसी का हवाला देते हुए मेयर जगदीश राजा ने निगम हाउस में 50 मुलाजिमों की भर्ती करने का प्रस्ताव पारित कर मंजूरी के लिए सरकार के पास भेजा था। लेकिन सरकार ने इसे वित्त विभाग का मामला बता कर खारिज कर दिया। लेकिन मेयर जगदीश राजा ने अब एक बार फिर से स्थानीय निकाय विभाग के डायरैक्टर को चिट्ठी लिख कर कहा है कि सड़कों की सफाई के लिए इसकी मंजूरी दी जाए।
मेयर जगदीश राजा ने चिट्ठी में लिखा है कि रोड स्वीपिंग मशीन प्रोजैक्ट बंद होने के बाद सड़कों की सफाई नहीं हो रही है। जिसके चलते धूल मिट्टी और कूड़ा कचरा सड़क किनारे जमा है। चिट्ठी में यह स्पष्ट लिखा गया है कि जो मुलाजिम रोड स्वीपिंग मशीन के साथ काम करते थे, उन्हीं 50 मुलाजिमों को नौकरी पर रखा जाएगा।
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