डेली संवाद, पठानकोट/कांगड़ा
पंजाब से सटे हिमाचल के कांगड़ा जिले में एक छात्र ने बस में सात संदिग्ध देखा। इसके बाद अलर्ट जारी कर दिया गया है। छात्र ने सफर के दौरान साथ बस में बैठे इन संदिग्धों की सूचना बाकायदा धर्मशाला थाने में दी। छात्रा का दावा है कि पठानकोट से धर्मशाला आ रही जिस बस में वह बैठा, उसमें सात संदिग्ध लोग सवार थे।
छात्र ने पुलिस को बताया है कि शुक्रवार को वह एचआरटीसी बस में शाहपुर से बैठा। बस की पिछली सीट पर सात संदिग्ध लोग बैठे हुए थे। वह भी उनके साथ बैठ गया और अपने काम से गगल में उतर गया।
सात संदिग्धों में से एक का चेहरा व्हाट्सएप पर भेजे फोटो से हूबहू मिलता था
इसके बाद उसके व्हाट्सएप नंबर पर उसके दोस्त ने एक मेसेज भेजा। इसमें दिल्ली में 7 आतंकवादियों के ग्रुप की एंट्री को लेकर एक ऑडियो और फोटो था। छात्र का दावा है कि बस में बैठे सात संदिग्धों में से एक का चेहरा व्हाट्सएप पर भेजे फोटो से हूबहू मिलता था। एसपी कांगड़ा संतोष पटियाल ने बताया कि छात्र के बयानों को गंभीरता से लेते हुए पुलिस को अलर्ट किया गया है। मामले की छानबीन की जा रही है।
हथियारों से लैस दो से चार संदिग्धों को घूमते हुए देखा
उधर, पठानकोट के सीमावर्ती गांव शादीपुर में शुक्रवार देर शाम एक व्यक्ति ने हथियारों से लैस दो से चार संदिग्धों को घूमते हुए देखा। संदिग्धों के पास बैग होने की बात भी कही जा रही है।
गांव के किसान बलबीर सिंह उर्फ काका शुक्रवार शाम को गेहूं की बिजाई कर रहा था। उसके ट्रैक्टर की लाइट सामने पड़ने से उसने दूर खेत में जाते दो से चार संदिग्ध देखे। उनके कंधों पर बड़े-बड़े बैग और हथियार जैसी वस्तुएं थीं। वह वहीं खेत में ट्रैक्टर छोड़कर गांव की ओर भाग आया। उसने इसकी सूचना गांव के सरपंच को दी।
सरपंच ने इसकी जानकारी स्थानीय थाने को दी। मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल पहुंचा और संदिग्ध लोगों की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया। हालांकि काफी सर्च के बाद भी पुलिस को कुछ हाथ नहीं लगा है। पुलिस ने पूरे क्षेत्र की घेराबंदी कर दी है। अभी तक ही सर्च में कोई संदिग्ध नहीं मिला है।
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