कांग्रेसियों की आपसी लड़ाई में ‘विकास’ कामों से तरस रहा है पंजाब, लोगों को गुमराह कर रही है सरकार : भगत

Daily Samvad
4 Min Read
इसे भी पढ़ें: दलित छात्रों के वजीफों पर राजनीति करते रहे नेता, करोड़ों रुपए डकार गई लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (LPU)

डेली संवाद, जालंधर

पंजाब भाजपा के उपाध्यक्ष मोहिंदर भगत ने कहा है कि पंजाब के विकास को लेकर कांग्रेस सरकार के दावे पूरी तरह खोखले साबित हो रहे हैं क्योंकि जब से कांग्रेस सत्ता में आई है, राज्य के लगभग सभी हिस्सों में समस्याएं ज्यों की त्यों बरकरार हैं। अब कांग्रेसियों की आपसी लड़ाई में पंजाब का विकास बुरी तरह उलझ गया प्रतीत हो रहा है जिसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है।

भगत ने करतारपुर कॉरिडोर के नींव पत्थर के साथ पंजाब में शुरू हुई कांग्रेस की आपसी लड़ाई पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले मौजूदा मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाबियों से वादा किया था कि राज्य का सर्वपक्षीय विकास होगा। पंजाब में कांग्रेस की सरकार बने आज लगभग डेढ़ साल से अधिक का समय हो गया है, लेकिन विकास कहीं भी नजर नहीं आ रहा है।

नगर निगमों का खजाना खाली पड़ा है

राज्य के सभी नगर निगमों का खजाना खाली पड़ा है। उन्होंने कहा कि कई जगह तो सीवरेज के ढक्कन लगाने के लिए भी सरकार के पास पैसे नहीं हैं। राज्य के कई भागों में लगों को आज भी ठप सीवरेज सिस्टम, खस्ताहाल गलियों, अशुद्ध पेयजल की समस्याओं से जूझना पड़ रहा है, लेकिन कोई उन्हें इन समस्याओं से निजात दिलाने वाला नहीं है।

भगत ने कहा कि सत्ता में आते ही पंजाब की कांग्रेस सरकार ने अनुसूचित जाति के एक परिवार को 400 यूनिट बिजली मुफ्त देने की घोषणा की थी। भगत ने आरोप लगते हुए कहा कि कई दलित घरों को पावरकॉम ने अब लाखों रुपए बिजली के बिल भेज दिए हैं। यह घर ऐसे हैं, जिनके पंजाब सरकार ने 400 यूनिट माफ कर रखे हैं। बावजूद इसके उनको इतना बड़ा बिल भेजा गया है। हैरानी तो इस बात की है कि इन घरों में ऐसी होना तो दूर की बात है, यहां कूलर भी कम लोगों के घरों में है।

लाखों रुपए के बिल भेज कर उनकी गरीबी का मजाक उड़ाया 

भगत ने कहा कि शिअद भाजपा गठबंधन सरकार ने दलित व गरीब लोगों को 400 यूनिट तक बिजली बिल की माफी किए थे। कैप्टन सरकार ने उनको लाखों रुपए के बिल भेज कर उनकी गरीबी का मजाक उड़ाया है। सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले दलित तथा पिछड़ी श्रेणियों के छात्रों से परीक्षा फीस की वसूली करने के अमरिंदर सरकार के फैसले का भी विरोध किया है।

उन्होंने कहा कि सरकार ऐसा करके गरीब और दलित बच्चों से उनका शिक्षा का अधिकार छीन रही है। सरकार ने इस वर्ष के बजट में फीसों से संबंधित बजट हेड खत्म कर दिया है, जिससे फीसों का बोझ छात्रों पर पड़ गया है। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी सरकार बच्चों को मुफ्त किताबें और स्कूली वर्दियां देने के वायदे से भी पलट चुकी है।

उन्होंने कहा कि पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति समेत छात्रों को दी जाने वाली सभी सहूलतें बंद की जा रही है, जिससे गरीब बच्चे प्राथमिक शिक्षा से वंचित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने सभी सामाजिक भलाई स्कीमों को बंद कर दिया है जो कि शिरोमणी अकाली दल-भाजपा सरकार की तरफ से शुरू की गई थीं।

https://youtu.be/mTI_R1FeJ-E

Hindi News से जुड़े अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक और गूगल प्लस पर ज्वॉइन करें, ट्विटर पर फॉलो करे…













728
Share This Article
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *