इसे भी पढ़ें : मलाई’ काट रहे एपीजे, एमजीएन समेत इन संस्थानों को शो-कॉज नोटिस, रद्द हो सकती है लीज
महाबीर जायसवाल
डेली संवाद, जालंधर
लोकसभा चुनाव सिर पर है। सभी सांसद अपने क्षेत्र में वोटरों को रिझाने में लगे हैं, लेकिन ठीक इससे उलट जालंधर के कांग्रेसी सांसद संतोख चौधरी के खिलाफ दलितों का गुस्सा कम नहीं हो रहा है। हैरानी तो यह है कि चौधरी खुद दलित हैं, लेकिन उनका जनाधार दलित वोटरों से खिसक चुका है।
इसका ताजा मिसाल आज जालंधर में देखने को मिला। डॉ.बीआर अंबेडकर साहब के परिनिर्वाण दिवस पर सांसद चौधरी अंबेडकर चौक में फूल माला चढ़ाने पहुंचे तो अंबेडकर सेना ने उन्हें भगा दिया। लोग इस बात से नाराज हैं कि पिछले पांच साल में चौधरी ने जालंधर में कोई काम नहीं करवाया।
ये कैसी ‘सख्ती’: मेयर के घर के पास तीन मंजिला अवैध कामर्शियल निर्माण, कांग्रेस के एक बड़े लीडर का हाथ!
सांसद चौधरी के खिलाफ दलितों ने ही मोर्चा खोल दिया। अंबेडकर सेना व भारतीय मूलनिवासी मुक्ति मोर्चा के सदस्यों ने डा. अंबेडकर की प्रतिमा के आगे खड़े होकर सांसद ही नहीं, मेयर जगदीश राजा, सीनियर डिप्टी मेयर सुरिंदर कौर और कौंसलरों के खिलाफ भी प्रदर्शन किया।
इसके बाद चर्चा यह है कि सांसद ने माफी मांगी। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि पूरे साल डा. अंबेडकर चौक की सफाई नहीं होती, फूल माला चढ़ाने आते हैं, उन्हें गंदगी नहीं दिखती।
नाराज लोगों ने सांसद संतोख चौधरी के हाथ में झाड़ू और पोंछा थमा दिया। कहा कि सांसद ही प्रतिमा की सफाई करेंगे। भीड़ को गुस्से में देखते हुए आखिरकार सांसद संतोख चौधरी को अपने हाथ ही प्रतिमा की सफाई करना पड़ा। साथ ही आस-पास झाड़ू लगाया और पोंछा भी मारा।
आपको बता दें कि इससे पहले सांसद संतोख चौधरी का जालंधर में कड़ा विरोध चल रहा है। नगर निगम के सभी सफाई मुलाजिम और यूनियनें सांसद के खिलाफ हैं।
प्रधान चंदन ग्रेवाल कई बार सदस्यों के साथ सांसद का पुतला फूंक चुके हैं। जालंधर के लोगों खासकर दलित समुदाय के गुस्से को देखते हुए इस बार सांसद संतोख चौधरी की टिकट पर भी जालंधर में ग्रहण लग सकता है।
Hindi News से जुड़े अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक और गूगल प्लस पर ज्वॉइन करें, ट्विटर पर फॉलो करे…