डेली संवाद, जालंधर
नगर निगम के अफसरों का खेल निराला है। पिछले दिनों रामामंडी इलाके में ज्वाइंट कमिश्नर अशिका जैन के साथ जिस अवैध कालोनी की जांच कर कार्ऱवाई की बात कही गई थी, उसे अब एटीपी द्वारा नोटिस भेजने की बात कही जा रही है। जबकि अवैध कालोनी को कोई नोटिस नहीं भेजा जाता, उस पर कार्रवाई की जाती है।
पिछले दिनों ज्वाइंट कमिश्नर आशिका जैन की अगुवाई में जिन कालोनियों और इमारतों की चैकिंग की गई थी, उन्हें नोटिस जारी करने की बात कही जा रही है। इसकी पुष्टि खुद एटीपी लखबीर सिंह ने की है। लखबीर सिंह ने कहा है कि तीन कांग्रेसियों को नोटिस जारी किया गया है लेकिन उन्होंने किसी नेता का नाम नहीं बताया।
कांग्रेसी कौंसलर की अवैध कालोनी पर कार्रवाई क्यों नहीं
आपको बता दें कि अकाली दल के वरिष्ठ नेता और पूर्व कौंसलर बलबीर बिट्टू ने पिछले दिनों मेयर से शिकायत की थी कि रामामंडी में कांग्रेसी पार्षद ही अवैध निर्माण करवा रहे हैं। इसके बाद ज्वाइंट कमिश्नर ने एटीपी और इंस्पैक्टर के साथ इलाके का दौरा किया था। जहां मौके पर ढिलवां रोड पर एक कांग्रेसी कौंसलर की अवैध कालोनी पर कार्रवाई के आदेश दिए गए थे।
इसके अलावा दो अन्य महिला कांग्रेसी कौंसलर की नाजायज रूप से बनी कामर्शियल इमारतों को सील करने को कहा गया था, लेकिन एक सप्ताह होने के बाद अब एटीपी कह रहे हैं कि नोटिस भेजा गया है। जबकि बिल्डिंग ब्रांच के दूसरे अफसर कहते हैं कि अवैध कालोनी को किस तरह की नोटिस। उस पर तो सीधे कार्रवाई होनी चाहिए।
Hindi News से जुड़े अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक और गूगल प्लस पर ज्वॉइन करें, ट्विटर पर फॉलो करे…