देहरादून। देश में नोटबन्दी और नए नोट बाज़ार में आने के बावजूद नकली नोटों का कारोबार रुक नहीं रहा है. उत्तराखंड में पहली बार लगभग एक करोड़ रुपये के नकली नोट पकड़े गए हैं. यह अब तक यहां पकड़ी गई नकली नोट की सबसे बड़ी खेप है. पुलिस ने इसके साथ दिल्ली और रुड़की के पांच लोगों को गिरफ़्तार किया है, जिनमें एक महिला शामिल है।
उत्तराखंड के औद्योगिक इलाकों में रहने वाले मज़दूर और कस्बों के बाज़ार नकली नोट का काला धंधा करने वालों के निशाने पर हैं. देहरादून के सहसपुर इलाके से पुलिस ने एक ऐसे ही गिरोह का पर्दाफाश करते हुए लगभग एक करोड़ के नकली नोट बरामद किए हैं. ख़ास बात यह है कि यहां नोट छापे जाने का सारा सामान मिला है।
पुलिस ने प्रिंटर, स्कैनर, डाई और कलर के साथ 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस के अनुसार शातिर गिरोह का शिकार फैक्टरियों में काम करने वाले मजदूर और छोटे कस्बों के बाज़ार होते थे. दिल्ली से उत्तराखंड तक फैले इस गिरोह के छह सदस्यों को गिरफ़्तार किया गया है जिनमें से एक महिला भी है. इन लोगों का इस्तेमाल इन नोटों को बाज़ार में खपाने में किया जाता था।
उत्तराखंड में नकली नोटों की छपाई का यह पहला मामला पकड़ा गया है. लेकिन सवाल यह है कि आरोपियों ने जो लाखों के नकली नोट बाज़ार में खपा दिए गए हैं उनको ट्रेस कैसे किया जाएगा. यह आम आदमी के लिए भी एक संदेश है कि नए नोटों पर भी आंख मूंद कर भरोसा नहीं करना है।
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