पठानकोट। शाहपुर चौक स्थित लगभग 200 साल पुराने बाऊलियां मंदिर में खुदाई के दौरान 22 बमनुमा वस्तुएं मिलने के बाद हड़कंप मच गया। काफी पुरानी होने के कारण इन बमनुमा वस्तुओं पर पूरी तरह से जंग लग चुका है। यह हैंड ग्रेनेड या लांचर भी हो सकते हैं।
हालांकि असलियत जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगी कि यह बम है या कोई वस्तु। बता दें कि जनवरी 2016 में पठानकोट एयरबेस पर आतंकी हमला हुआ था। कई बार संदिग्ध भी देखे जा चुके हैं, इसलिए पुलिस ज्यादा सतर्कता बरत रही है।
बोलियां सुधार कमेटी के सदस्य राज कुमार काका, अनुश मिन्हास तथा विनोद कुमार ने बताया कि खुदाई के दौरान पहली बमनुमा चीज दिखाई दी तो मजदूरों ने इसे लोहे का टुकड़ा समझा और दूर उछाल दिया। इसके बाद एक के बाद एक कर 22 टुकड़े निकले तो उन्हें शक हुआ। लोगों ने गौर से देखा तो कुछेक में पिन लगी थी।
बमनुमा चीज को मंदिर के तालाब में फेंक दिया होगा
स्थानीय लोगों का कहना है कि 1984 दंगों के दौरान किसी शरारती तत्व ने उक्त बमनुमा चीज को मंदिर के तालाब में फेंक दिया होगा। यह तालाब काफी समय से बंद था। शुक्रवार सायं को खुदाई के दौरान जैसे ही लेबर तथा सेवा कर रहे लोगों ने इन बम नुमा वस्तुओं को देखा तो खुदाई का कार्य को वहीं रोक दिया गया।
डीएसपी सिटी सुखजिन्द्र सिंह तथा थाना प्रभारी कुलदीप सिंह ने कहा कि प्राथमिक दृष्टि में ये बम न होकर पौराणिक काल में लोहे से तैयार किसी वस्तु के खोल लग रहे हैं। असलियत जांच के बाद ही पता चल सकेगा। बम निरोधक दस्ते को सूचित किया गया है।
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