डेली संवाद, जालंधर (विष्णु)
चार गांवों में आंतक मचाने के बाद अवारा सांड ने गांव रायपुर में एक किसान को पटक पटक कर मार दिया।
मौके पर मौजूद लोगों ने किसी तरह से बचाने की कोशिश की तब तक बहुत ही देर हो चुकी थी। मरने वाले व्यक्ति की पहचान सोहन सिंह (70) के रुप में हुई। गांववासियों ने बाद में अवारा सांड को बड़ी ही मुश्किल से सांड को काबू किया और फारेस्ट डिपार्टमेंट को सूचित किया।
जिन्होंने मौके पर आकर सांड को बेहोश किया और बाद में देर शाम को बुलंदपुर गौशाला में छोड़ दिया। गांववासियों ने बताया कि सांड ने बल्लां में एक मोटरसाइकल पर जाते राहगीर पर हमला कर दिया था। जिसकी बाजू टूट गई। उसके बाद गांव कराड़ी में खेतों में काम करने वाले दो मजदूरों को घायल कर दिया। उन्होंने सांड को खेत से भगाने की कोशिश की थी।
गांव मन्णा में राहगीर को घायल किया और उसके बाद रायपुर में एक व्यक्ति पर हमला कर उसको मार ही डाला। सांड को काबू करने के लिए थाना मकसूदां की पुलिस ने भी लोगों का साथ दिया और तब तक वहां से नहीं गए जब तक सांड को गौशाला नही भेज दिया गया।
मक्खन सिंह, कुलविंदर सिंह, विरदी ने बताया कि अवारा सांड ने तीन गावों के लोगों को घायल करने के बाद उनके गांव में किसान सोहन सिंह को मार दिया। गांववासियों ने पहले सोचा कि किसी तरह से सांड को मार दिया जाए लेकिन ऐसा नहीं किया।
सांड लगातार ही हमला कर रहा था। ढाई महीने हो गए थे गांव को इधर उधर भटकते हुए, 10 दिन सेे सांड ज्यादा आक्रामक हो गया था। जिस परिवार के आदमी की मौत हुई है वे परिवार गरीब है, सरकार मृतक के परिवार को मुआवजा दे ताकि वे परिवार अपना पालन पोषण कर सके। गांववासियों ने कहा कि वे इसके लिए डीसी से एसडीएम को मिलेगें।
बलजीत सिंह ने बताया कि बुधवार को उनके चाचा सोहन सिंह खेतों में काम कर रहे थे और सांड खेतों में लगाए आलू की फसल को नष्ट करने लग गया। चाचा सोहन सिंह ने जब सांड को रोकने की कोशिश की तो उन पर हमला कर दिया। चाचा की आवाज सुन वे जब मौके पर पहुंचे तो किसी तरह से लोगों की मदद से सांड को दूर भगाया। लेकिन चाचा सोहन सिंह कुछ ही समय बाद बेहोश हो गए और दुनिया को छोड़ गए
प्रभदीप सिंह ने बताया कि जब उन्हें सूचना मिली कि खेतों में सोहन सिंह पर सांड ने हमला कर दिया है तो वे मौके पर पहुंचे। उन्होंने सोहन सिंह को जब उठाने की कोशिश की तो पसलियां टूटने की आवाज आई और गर्दन पर भी निशान थे। किसी तरह से सोहन सिंह को दूसरी जगह पर लेकर गए। लेकिन वहां जाते ही सोहन सिंह की सांसे टूट गई।
-अमरजीत सिंह
रायपुर निवासी अमरजीत सिंह ने बताया कि अवारा सांड के रास्ते में जो भी आता वे उस पर हमला कर रहा था। उनके खेतों में दो गाय, एक कुते और किसानों के चार खेतों की फसल को नुक्सान पहुंचाया। जब सांड को कोई रोकने के लिए जाता तो वे उसके लिए मारने के लिए भागता। इस कारण खेतों में बच्चों को भी आने से मना कर दिया था।
डा. एसएस कटारिया ने बताया कि उन्हें जैसे ही सूचना मिली तो वे मौके पर पहुंचे। काबू किए गए सांड को इंजेक्शन लगाया। उन्होंने इस बारे में एसडीएम-2 को भी सूचित किया कि सांड को उठाने के लिए कोई गाड़ी नहीं आ रही। कटारिया ने बताया कि वे खुद शाम को 5 बजे जाकर लम्मा पिंड से गाड़ी लेकर आए और सांड को बुलंदपुर गौशाला में छोड़ दिया। उन्हें डर था कि अगर सांड छूट गया तो दोबारा कोई एेसा काम न कर दे।