मोदी किसी पार्टी के नेता की अपेक्षा देश के प्रधानसेवक में सर्वस्वीकार्य सिद्ध हुए
डेली संवाद, जालंधर
मिशन मोदी पी एम अगेन के राष्ट्रीय सचिव राकेश शान्तिदूत ने कहा है कि यह मिशन एक ऐसा राजनीतिक राष्ट्र जागरण अभियान है जो पंडित दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानववाद के सिद्धांत के अनुसार देश की राजनीति को शीर्ष से निचले स्तर तक लागू करवाने के संकल्प को जन जन में करवा रहा है।
भाजपा की पंजाब यूनिट के प्रवक्ता रह चुके, मिशन के राष्ट्रीय सचिव शान्तिदूत ने कहा कि भारत की आज़ादी के लिए हुए संग्राम के दौरान यह एक गंभीर चिंतन था कि स्वतंत्र होने पर देश को इसकी मूल संस्कृति के अनुरूप चलाने की व्यववस्था की जाए लेकिन कांग्रेस देश के लोकतंत्र द्वारा उसे मिले साठ वर्षों में भी इस दायित्व का निर्वाह नही कर पाई और अंग्रेजों के बांटो और राज करो के फार्मूले से देश को चला कर इसकी लोकतांत्रिक व्यववस्था को कमजोर करती चली गई।
एकात्म मानववाद का भारतीय सिद्धान्त अंत्योदय से प्रतिपादित होता है
शान्तिदूत ने कहा कि एकात्म मानववाद का भारतीय सिद्धान्त अंत्योदय से प्रतिपादित होता है जिस में देश की नींव रूपी नागरिक से लेकर शीर्ष स्तर तक एकात्मता का भाव रहता है। उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी नीत एनडीए सरकार में इस सिद्धान्त को देश की लोकतांत्रिक शासन व्यववस्था में प्रतिपादित करने की शुरुआत हुई थी लेकिन 2004 के लोकसभा चुनाव में दुर्भाग्यवश भारतीय लोकतंत्र कांग्रेस और इसकी सोच के समर्थकों की साजिश का शिकार हो गया।इस से देश को पुनः बाहरी और आंतरिक असुरक्षा, भ्रष्टाचार, परिवारवाद, जाति, क्षेत्र और वर्गवाद से जूझना पड़ा।
शान्तिदूत ने कहा कि 2014 में देश की जनता ने इस स्थिति को भांपा और देश की बागडोर पुनः एकात्म मानववाद के सिद्धांत से देश को चलाने में विश्वास रखने वालों को भाजपा नीत एन डी के रूप में को सौंपी। इस से देश को नरेंद्र मोदी प्रधान सेवक के रूप में मिले।
अग्रणी राष्ट्र के रूप में सम्मान सहित मान्यता मिली
शान्तिदूत ने कहा कि मोदी के पांच वर्ष के सेवाकाल में न केवल देश की अंतराष्ट्रीय साख बड़ी अपितु इसे सामरिक शक्ति, वैश्विक मार्गदर्शक सहयोगी,अंतरिक्ष विज्ञान में अग्रणी राष्ट्र के रूप में सम्मान सहित मान्यता मिली है। उन्होंने कहा कि मोदी नीत भारत सरकार ने एकात्म मानववाद के सिद्धांत के अनुसार जो योजनाएं बनाई उसमें जाति, वर्ग का तुष्टिकरण और भ्रष्टाचार समाप्त हुआ औऱ देश में सबसे निचले स्तर तक भी नागरिको को उसका अधिकार और लाभ समान रूप में प्राप्त हुआ।
शान्तिदूत ने कहा कि नरेंद्र मोदी को देश ने एक पार्टी द्वारा उसके राजनीतिक हितानुसार व्यववस्था चलाने वाले मोहरे की अपेक्षा भारत जैसे विशाल देश के राष्ट्र भक्त प्रधानसेवक के रूप में स्वीकार कर उनके नेतृत्व की अनुमोदित किया है। जिससे भयभीत निज स्वार्थो से ओतप्रोत विपक्ष स्थाई रूप से सत्ता छिन जाने के डर से खुद के विरोधआभासों को एक तरफ रखकर एकजुट हो रहा है और देश को झूठ का सहारा लेकर भ्रमित कर रहा है।
मिशन के राष्ट्रीय सचिव ने कहा कि मिशन मोदी पी एम अगेन राष्ट्रहित में देशवासियो को सत्य पर पहरा देकर झूठ, भ्रम और भय से मुक्त रहते हुए सजग रहने का संदेश देकर राष्ट्र जागरण कर रहा है। इसका मूल उद्देश्य घर घर में नरेंद्र मोदी जैसी राष्ट्र भावना और भक्ति वाली सोच के नागरिक बनाना है। शान्तिदूत ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि देश इस बार 2004 वाली गलती नही दोहराएगा ni और राष्ट्र के समग्र विकास की गति को और तेज करने के लिए नरेंद्र मोदी को पुनः अपना प्रधानसेवक बनाने का मार्गप्रशस्त करेगा।
हिन्दी न्यूज़ Updates पाने के लिए आप हमें फेसबुक और गूगल प्लस पर ज्वॉइन करें, ट्विटर पर फॉलो करें।