डेली संवाद, जालंधर
मिशन मोदी पीएम अगेन के राष्ट्रीय सचिव और भाजपा पंजाब प्रांत के पूर्व प्रवक्ता राकेश शान्तिदूत ने कहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सबसे पहले देश को यह बताएँ की काँग्रेस अपनी किन गलतियों या गैर जिम्मेदारियों की वजह से देशवासियों द्वारा नापसंद कर दी गई थी और संसद में उसे मतदाताओं ने लगभग 400 सीटों से 44 तक सीमित कर दिया।
शान्तिदूत ने कहा कि नए चुनावी घोषणा पत्र में जनता को ख्याली वादों से भ्रम में डालने से पहले राहुल गांधी का दायित्व बनता है कि वह देश की जनता को बताएं की क्या उन्होंने कांग्रेस की दुर्दशा के कारण जानने के लिए कोई आत्मचिंतन किया है?यदि किया है तो वह देश को यह भी बताएं कि उनके पुरखो ने देश के साथ कौन सी ऐसी गलतियां,विश्वासघात या अपराध किये थे कि 55 साल तक कांग्रेस पर विश्वास जताने वाले देश ने उसे नेस्तनाबूद जैसी स्थिति में भेज दिया।
सत्ता हासिल करने के लिए देश में अस्थिरता पैदा करने की साजिश से चुनाव लड़ रही है कांग्रेस
मिशन के राष्टीय सचिव ने कहा कि कांग्रेस अपने नए चुनावी घोषणापत्र में गरीबों को मुंगेरी ख्वाब दिखाने से पहले यह मत भूले की उनके पुरखे 55 साल तक गरीबी हटाने के नारे की आड़ में खुद अमीर होते गए और गरीब देश में और अधिक गरीब हो गया । श्री शान्तिदूत ने कहा कि देश के नागरिक कांग्रेस की वास्तविकता को जानते है और चुनाव परिणामों से वह कांग्रेस को 2014 से अधिक पारदर्शी आईना दिखा देंगे जिस में उसे उसकी सूरत पर लगे काले धब्बे और अधिक स्पष्ट दिखेंगे।
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शान्तिदूत ने कहा कि कांग्रेस यह जानती है देश उसे अब दोबारा कभी बागडोर नही सौंपेगा इस लिए उसका उद्देश्य मात्र देश में अस्थिरता पैदा करना है। शान्तिदूत ने कहा कि राहुल गांधी को चुनाव घोषणापत्र में, अपने पुरखों के अपराध का यदि उन्हें कोई बोध हुआ है तो उसको भी स्वीकार करना चाहिए और उसके बाद ही जनता की अदालत में खड़े होना चाहिए।
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