वाघा बार्डर के जरिये अफगानिस्तान से नमक की बोरियों में छिपाकर भेजी हैरोइन
अमृतसर। कस्टम विभाग ने अमृतसर वाघा बार्डर के जरिये अफगानिस्तान से नमक की बोरियों में छिपाकर भेजी गई करीब 640 किलो हेरोइन पकड़ी है। यह नमक की कंसाइनमेंट अमृतसर के एक व्यापारी ने मंगवाई थी। इंटरनेशनल मार्केट में पकड़ी हेरोइन की कीमत 3200 करोड़ रुपए है। मामले में दो व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया है। यह खेप आज तक देश में पकड़ी गई हेरोइन की तमाम खेप में से सबसे बड़ी है।
कस्टम विभाग की अब तक की जांच में पता चला है कि अमृतसर के हुसैनपुरा स्थित कनिष्क इंटरप्राइजज के मालिक रुपिंदर सिंह ने यह नमक मंगवाया था। पाक से पहुंचे नमक की गाड़ियों में यह सामान पाक के एक्सपोर्टर ग्लोबल विजिन इंपेक्स ने भेजा था। शनिवार को सुबह व्यापारी का कारिंदा इसे रिसीव करने आया तो उसकी हरकतों पर कस्टम अधिकारियों को संदेह हुआ। जब ट्रक से नमक की बोरी खोली गई तो उसमें से एक-एक किलो के पाउडर के पैकेट नीचे गिरे।
जांच करने पर यह हेरोइन पाई गई जो सीधे अफगानिस्तान से मंगवाई गई है। जिस तरीके से यह खेप मंगवाई थी और पकड़ी गई, इससे अंदेशा होता है कि इससे पहले भी क्विंटलों के हिसाब से यहां से हेरोइन की खेप मंगवाई गई होगी। कस्टम अधिकारी यह भी जांच कर रहे हैं कि इस व्यापारी ने इससे पहले कितनी बार पाक से नमक मंगवाया है।
एसे पकड़ में आया मामला
पाक के एक्सपोर्टर ने अमृतसर के एक इंपोर्टर के नाम 26 जून को नमक की एक गाड़ी आईसीपी अटारी पर भेजी थी। गाड़ी में नमक के करीब 600 बैग थे। यह सामान आईसीपी के गोदाम में दो दिन तक पड़ा रहा। शनिवार की सुबह को कनिष्क इंटरप्राइजेज का एजेंट नमक की कंसाइनमेंट को रिलीज करवाने आईसीपी पहुंचा था। क
स्टम अधिकारियों को इस एजेंट पर कुछ शक हुआ। उन्होंने कुछ बोरियों को खोल कर जांचा तो वह हेरोइन निकली। धीरे-धीरे यह आंकड़ा बढ़ता ही चला गया। पैकेट मिलने का सिलसिला रात तक ही चलता रहा। आईसीपी पर तैनात अधिकारियों ने तुरंत इसकी सूचना कस्टम कमिश्नर दीपक कुमार गुप्ता को दी तो उन्होंने तुरंत जॉइंट कमिश्नर डा. अरविंद कुमार को वहां भेज दिया।
हिन्दी न्यूज़ Updates पाने के लिए आप हमें फेसबुक और गूगल प्लस पर ज्वॉइन करें, ट्विटर पर फॉलो करें।