नई दिल्ली। केरल, कर्नाटक, गुजरात और महाराष्ट्र में बाढ़ और बारिश का कहर जारी है। चारों राज्यों में इससे मरने वालों की संख्या 100 से ज्यादा हो गई है। इसके चलते केरल में 1.25 लाख और महाराष्ट्र के 2.85 लाख लोग राहत शिविरों में रहने को मजबूर हैं। इसके मद्देनजर भारतीय रेलवे ने शनिवार को बाढ़ प्रभावित महाराष्ट्र, कर्नाटक और केरल में 31 अगस्त तक सहायता और राहत के उपाय उपलब्ध कराने की घोषणा की।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने रविवार को कहा कि तमिलनाडु, केरल और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, सौराष्ट्र, कच्छ में भारी बारिश की होने की संभावना है। कर्नाटक को इससे 6,000 करोड़ का नुकसान हुआ है। कर्नाटक में वर्षाजनित घटनाओं में अब तक 24 लोगों की मौत हो चुकी है। 2.35 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। इसी बीच गृह मंत्री अमित शाह आज बेलगावी जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे।
प्रशासन ने शनिवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता बी जनार्दन पूजारी को दक्षिण कन्नड़ जिले के बाढ़ प्रभावित बंतवाल में उनके घर से बचाया। यहां रेल यातायात भी प्रभावित हुआ है। सकलेशपुर और सुब्रमण्य स्टेशनों के बीच खंड पर रेल परिवहन लैडस्लाइड के कारण रोक दिया गया है।
भूस्खलन की 80 घटनाएं
केरल में बाढ़ और बारिश की सबसे अधिक मार वायनाड और कोझिकोड पर पड़ी है। यहां करीब 25-25 हजार लोग बेघर हुए हैं। वायनाड में वर्षाजनित घटनाओं में अब तक 46 लोगों की मौत हो चुकी है। केरल के पलक्कड़ जिले में उफनती नदी के ऊपर से सुरक्षाकर्मियों ने एक प्रैग्नेंट महिला को रस्सी के सहारे बचाया है।
राज्य के आठ जिलों में आठ अगस्त से भूस्खलन की 80 घटनाएं हो चुकी हैं। इस दौरान 9 लोगों की मौत हो गई है। कुछ लोगों के अब भी मलबे में दबे होने की आशंका है। इसी बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज वायनाड का दौरा करेंगे। वह वायनाड से सांसद हैं।
गुजरात में 11 लोगों की मौत
गुजरात में भारी बारिश से पिछले 24 घंटे में 11 लोगों की मौत हुई है। वहीं शनिवार को मोरबी में उमिया सर्कल, कांडला बाईपास के पास एक कंपाउंड की दीवार गिरने से आठ की मौत हो गई। इससे वर्षाजनित घटनाओं में मरने वालों की संख्या 19 हो गई है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में सौराष्ट्र और कच्छं समेत अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश की संभावना जताई है। भारतीय वायु सेना के कर्मियों ने जामनगर में एक लड़की को बचाया।
महाराष्ट्र: नौसेना की 26 टीमें तैनात
महाराष्ट्र के कोल्हापुर और सांगली जिलों में पानी घटने के चलते बाढ़ की स्थिति में सुधार के संकेत नजर आने लगे हैं। यहां नौसेना की 26 टीमें तैनात हैं। सांगली जिले के पालुस तहसील में ब्रह्मनाल गांव के समीप बृहस्पतिवार को नौका पलटने की घटना में तीन और शव मिले हैं।
इस तरह इस घटना में मरने वालों की संख्या 12 हो गई है। कई अन्य के लापता होने की खबर है। पुणे में शनिवार को 30 लोगों की मौत हो गई और 10 लापता बताए जा रहे हैं। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के कर्मचारी सांगली जिले में बचाव और राहत अभियान चला रहे हैं।
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