लखनऊ। राजस्थान के पूर्व राज्यपाल व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह (87) की भाजपा में फिर से वापसी हो गई है। सोमवार को कल्याण सिंह ने लखनऊ आकर भाजपा की सदस्यता हासिल की। उन्हें प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने सदस्यता दिलाई। कल्याण सिंह यूपी के दो बार मुख्यमंत्री रहे हैं। उनकी छवि कट्टरपंथी हिंदुत्ववादी व प्रखर वक्ता की है। राम मंदिर आंदोलन में उनकी भूमिका बेहद अहम रही थी।
कल्याण सिंह का जन्म पांच जनवरी 1932 को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में हुआ था। उन्हें भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में पार्टी की सदस्यता दिलाई गई। सदस्यता ग्रहण करने के बाद कल्याण सिंह अपने पौत्र एवं राज्यमंत्री संदीप सिंह के माल एवेन्यू स्थित आवास पर कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करेंगे। मोदी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में उन्हें राजस्थान का गवर्नर बनाया था।
बाबरी विध्वंस के बाद दे दिया था इस्तीफा
हिंदू चेहरे के रुप में बड़ी पहचान रखने वाले कल्याण सिंह का राम मंदिर आंदोलन से पुराना नाता रहा है। छह दिसंबर 1992 को जब अयोध्या में विवादित ढांचे का विध्वंस किया गया तो कल्याण सिंह ने पूरी घटना की जिम्मेदारी खुद ले ली थी और सरकार से इस्तीफा दे दिया था। आने वाले दिनों में यूपी की 13 सीटों पर विधान सभा उप चुनाव होना है।
अनुच्छेद 370 के खत्म होने व तीन तलाक कानून बनने के बाद अब नया समीकरण साधने की जुगत में है। राजनीतिक गलियारे में चर्चा है कि, हिंदुत्व के समीकरण को साधने के लिए कल्याण सिंह की वापसी हो रही है।
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