नवजात शिशुओं के गंभीर बीमारियों से बचाव के लिए टीके लगाए
डेली संवाद, जालंधर
महिला और बाल विकास और स्वास्थ्य विभाग ने आज पोषण अभियान के अंतर्गत जिले के आंगनवाड़ी सैंटरों में ‘ममता दिवस’ मनाया। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग के डाक्टरों ने गर्भवती महिलाओं, दूध पिलाने वाली माताओं और नवजात शिशुओं की जांच की गई और स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने नवजात शिशुओं के गंभीर बीमारियों से बचाव के लिए टीके लगाए।
इस अवसर पर गर्भवती महिलाओं को रोज़ाना पौष्टिक ख़ुराक लेने और नियमत स्वास्थ्य जांच करवाने के लिए कहा गया। इस के इलावा दूध पिलाने वाली माताओं को बच्चो के जन्म के एक घंटे में बच्चे को दूध पिलाने की महत्ता बारे भी अवगत करवाया गया। पोषण अभियान के अंतर्गत अलग -अलग जागरूकता सैमीनार करवाने का मुख्य उद्देश्य गर्भवती औरतों में पौष्टिक आहार और बच्चो की सही देख खोज बारे सभ्य जानकारी प्रदान करके कुपोषण को दूर करना है।
इस अवसर पर गर्भवती औरतों के ज़रूरी टैस्ट जिस में वजन, ब्लड प्रैशर, युरिन, ख़ून के टैस्ट और अन्य ज़रूरी टैस्ट किये गए और ज़रूरी दवाएँ बाँटीं गई। ममता दिवस मनाने का मुख्य मंतव्य औरतों और बच्चों में असंतुलित ख़ुराक को प्रभावशाली ढंग के साथ एक ही छत नीचे पौष्टिक आहार की सेवाएं उपलब्ध करवाना है।
माताओं की पौष्टिक ख़ुराक में सुधार लाना है
गर्भवती महिलाओं और दूध पिलाने वाली माताओं को पौष्टिक आहार जिस में हरी सब्जियाँ, फल, दालें, दूध और पनीर नियमत तौर पर लेने और योगा अभ्यास और शारीरिक गतिविधियां करने के लिए भी प्रेरित किया गया। उन्होनें बताया कि पोषण अभियान का मुख्य मंतव्य से 6 साल के बच्चों, किशोर लड़कियाँ, गर्भवती महिलाओं और दूध पिलाने वाली माताओं की पौष्टिक ख़ुराक में सुधार लाना है।
पोषण अभियान के अंतर्गत सामाजिक सुरक्षा, महिला और बाल विकास विभाग, हुनर विकास, ग्रामीण विकास और पंचायत, स्थानीय निकाय सरकारें, युवक सेवाएं, शिक्षा, कृषि, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण और वाटर सप्लाई और सैनिटेशन विभाग की टीमें जिले को तंदरुस्त बनाने के लिए जिले में पोषण अभियान का प्रचार कर रही है।
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