अकालियों के 10 सालों के राज में डेरा बाबा नानक के लिए किया एक भी काम गिनाएं मजिठिया
डेली संवाद, चंडीगढ़
सीनियर कांग्रेसी नेता और कैबिनेट मंत्री सुखजिन्दर सिंह रंधावा ने पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया को चुनौती दी कि वह अकाली दल के 10 सालों के राज में डेरा बाबा नानक के लिए किया गया एक भी काम गिनवा कर दिखाएं। स. रंधावा ने यह बात अकाली नेता द्वारा मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के डेरा बाबा नानक दौरे संबंधी की गई टिप्पणियों के जवाब में कही।
स. रंधावा ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व अधीन राज्य सरकार द्वारा श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के अवसर पर करवाए जाने वाले समागमों को यादगार बनाने और गुरू साहिब के साथ सम्बन्धित ऐतिहासिक स्थानों के सौन्द्रीयकरण और विकास कार्यों के काम का जायज़ा लेने के सिलसिले के तौर पर राज्य के इतिहास में पहली बार ऐतिहासिक कस्बे डेरा बाबा नानक में पंजाब कैबिनेट की मीटिंग रखी थी जिससे पूरे हलके में ख़ुशी और उत्साह का माहौल है।
कांग्रेसी नेता ने अकाली नेता को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वह राजनैतिक रोटियां सेकने के लिए संकुचित राजसी हितों से प्रेरित टिप्पणियाँ करने की बजाय अपनी सरकार द्वारा डेरा बाबा नानक में किये गए कामों को गिनाएं। उन्होंने कहा कि दूसरी तरफ़ मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कल डेरा बाबा नानक में सडक़ों की मज़बूती और चौड़ा करने के लिए 75.23 करोड़ रुपए और हेरिटेज स्ट्रीट, फूड स्ट्रीट और हेरिटेज हवेली के निर्माण के लिए 3.70 करोड़ रुपए मंज़ूर किये।
सरकार द्वारा डेरा बाबा नानक हलके में किये रिकॉर्ड तोड़ काम हुए
उन्होंने कहा कि इस नगर के सर्वपक्षीय विकास के लिए राज्य सरकार द्वारा डेरा बाबा नानक विकास अथॉरिटी बनाई हुई है जिसकी मीटिंग ख़ुद मुख्यमंत्री लेकर कामों का जायज़ा लेते हैं। उन्होंने कहा कि इस हलके के ऐतिहासिक कस्बे कलानौर को कांग्रेस सरकार ने पर्यटन सर्किट के अधीन लाया। कलानौर में सरकारी डिग्री कॉलेज और गन्ना शोध केंद्र बनाने का फ़ैसला किया गया।
रंधावा ने कहा कि अकाली नेता हमारी सरकार पर उंगली उठाने से पहले अपने गिरेबान में झांकें। उन्होंने कहा कि केंद्रीय प्रोजेक्टों द्वारा चल रही 108 नंबर ऐबूलैंस पर उस समय के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की तस्वीरें लगाने वाले आज अकाली नेता कौन से मुँह से बात कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अकालियों के राज में राज्य के लोग सुखबीर सिंह बादल की ‘बम वाली सडक़ों’ के विशेषण के साथ किये गए राष्ट्रीय मार्गों के गुणगान से बुरी तरह ऊब गए थे जबकि सबको पता था कि केंद्रीय मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय मार्ग बनाए जाते हैं। बठिंडा में उस समय के यू.पी.ए. सरकार के प्रधान मंत्री डा. मनमोहन सिंह द्वारा दिए गए रिफायनरी के तोहफ़े को अपनी प्राप्ति गिनवाने के लिए बादल पिता-पुत्र ने पूरा ज़ोर लगाया।
केंद्रीय प्रोजैक्ट की ऐबूलैंसों पर बादल की फोटो लगाने वाले अकाली अपने गिरेबान में झांके
रंधावा ने कहा कि अकालियों को राज्य के लोग पूरी तरह नकार चुके हैं और अब वह बेतुके और तथ्य रहित बयान देकर अपनी होंद दिखाने के भद्दे और असफल यत्न कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंथक कहलाने वाले अकाली दल ने जैसे सिख हितों को तिलांजलि दी उसके लिए सिख कौम भी उनको कभी माफ नहीं करेगी।
उन्होंने दूसरीे तरफ मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह का इस बात पर धन्यवाद किया कि पहले सुल्तानपुर लोधी और कल डेरा बाबा नानक में कैबिनेट की मीटिंग बुलाकर अपनी वचनबद्धता और 550वें प्रकाश पर्व समागमों को मनाने के लिए प्रतिबद्धता ज़ाहिर की। अब अगली कैबिनेट मीटिंग बटाला में बुलायी गई है। यह तीनों नगर पहली पातशाही से सम्बन्धित हैं।
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