चंडीगढ़। पंजाब सेक्टर में भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा पर एंटी ड्रोन सिस्टम तैनात किये जाएंगे ताकि पाकिस्तान की सीमा पार से हथियार भेजने की नापाक हरकत पर लगाम लगाई जा सके। यह सिस्टम इलेक्ट्रो मैगनेटिक पल्स (इएमपी) और फ्रीक्वेंसी तकनीक का इस्तेमाल कर हथियार लेकर सीमा में घुसने की कोशिश कर रहे ड्रोन के हवा में ही परखच्चे उड़ा देगा।
बीएसएफ ने 14 अक्तूबर को पंजाब के फिरोजपुर में हजारा सिंह वाला में पाकिस्तान का ड्रोन देखा था। एंटी ड्रोन सिस्टम के जरिये तीन किलोमीटर की रेंज में आने वाले हर ड्रोन के सिग्नल को जाम कर उसे नष्ट किया जा सकता है। साथ ही इसके जरिए इसके हैंडलर की फ्रीक्वेंसी का भी पता लगाया जा सकता है।
नेशनल सिक्टोरिटी गार्ड ने इस हफ्ते अपने सालाना समारोह में इस तकनीक का प्रदर्शन किया। इसके इस्तेमाल के लिए नेशनल टेक्नीकल रिसर्च ऑर्गनाईजेशन (एनटीआरओ) पाकिस्तान के ड्रोन इस्तेमाल करने वाले बेस सेंटर से फ्रीक्वेंसी का पता लगाने में मदद करेगा।
घटना के पीछे पाक के स्टेट एक्टर यानी सेना और आईएसआई का हाथ है
खुफिया विभाग की ओर से पिछले हफ्ते पंजाब में पाकिस्तानी ड्रोन से हथियार गिराने की घटना संबंधी रिपोर्ट गृह मंत्रालय को भेजी गई थी। उसमें साफ तौर पर कहा गया था कि ड्रोन की घटना के पीछे पाक के स्टेट एक्टर यानी सेना और आईएसआई का हाथ है। लेकिन रिपोर्ट में सवाल उठाए गए थे कि ड्रोन को वायुसेना और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) क्यों नहीं पकड़ पाया।
खुफिया रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान ड्रोन के जरिए पंजाब में हथियार और ड्रग्स भेजने का गंभीर प्रयोग कर रहा है। मामले की गंभीरता को देखते हुए गृह मंत्रालय ने सभी तकनीकी खुफिया एजेंसियों को इसके उपाय निकालने का निर्देश जारी किया था।
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