नई दिल्ली। इंस्टाग्राम के साथ ही गूगल और एप्पल स्टोर पर कई ऐसी ऐप का पता चला है, जहां पर घरों में काम करन वाली महिलाओं की खरीद-फरोख्त की जा रही थी. बीबीसी न्यूज अरबी के मुताबिक इस ऐप में महिलाओं को कामगार के रूप में पेश किया गया था. ऐप में कम उम्र की लड़कियों के साथ महिलाओं को ट्रांसफर के लिए नौकरानी या बिक्री के लिए नौकरानी जैसे शब्दों के साथ हैशटैग का इस्तेमाल किया गया था।
घटना की जानकारी मिलने के बाद कुवैत प्रशासन ने तुरंत इन विज्ञापनों को हटाने के आदेश जारी कर दिए हैं. इसी के साथ ऐप बनाने वाली कंपनी से कानूनी आश्वासन लिया गया है कि वह इस तरह की किसी भी गतिविधियों में कभी भी शामिल नहीं होंगे।
मामले की गंभीरता को देखते हुए फेसबुक ने साफ किया है कि इस मामले में कार्रवाई की जा रही है. सोशल मीडिया पर डाली गई इस तरह की सामग्री को फेसबुक और इंस्टाग्राम से हटा दिया गया है. इसी के साथ इस तरह के विज्ञापन फिर से न डाले जा सकें इसके लिए ऐसे लोगों को हमेशा के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है।
ऐप के जरिए गीनिया की एक 16 साल की लड़की को बेच रही थी
कुवैत के मेनपावर के सार्वजनिक प्राधिकरण के प्रमुख डॉक्टर मुबारक अल अजीमी ने बताया है कि मीडिया रिपोर्ट्स के बाद एक महिला की जांच की जा रही है, जो इस पूरे नेटवर्क को अलग-अलग ऐप के जरिए चलाया करती थी।
रिपोर्ट के मुताबिक यह महिला ऐप के जरिए गीनिया की एक 16 साल की लड़की को बेच रही थी. मामले की गंभीरता को देखते हुए महिला की तलाश तेज कर दी गई है. अमेरिका के अंतरराष्ट्रीय वकील किम्बरली मॉटली ने कहा है कि ऐप डेवेलपर्स को महिला सहायिका को मुआवजा देना चाहिए. इसी के साथ गूगल और एप्पल को भी इन महिलाओं को मुआवजा देना चाहिए।