मुंबई। महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने राज्य में सबसे बड़े दल भाजपा को सरकार बनाने के लिये अपनी इच्छा और क्षमता से अवगत कराने को कहा। इससे सरकार बनाने को लेकर पिछले 15 दिनों से चल रहे गतिरोध के खत्म होने की उम्मीद बनी है। वहीं संजय राउत ने एक बार फिर बीजेपी अगर कोई सरकार बनाने को तैयार नहीं है तो शिवसेना ये जिम्मा ले सकती है। उन्हाेंने कहा कि कांग्रेस राज्य की दुश्मन नहीं है। सभी दलों में कुछ मुद्दों पर मतभेद हैं।
शिवसेना नेता संजय राउत ने ट्विट करके कहा है कि जो खानदानी रईस हैं वो मिजाज रखते हैं नर्म अपना, तुम्हारा लहजा बता रहा है, तुम्हारी दौलत नई-नई है। भाजपा नेता चंद्रकांत पाटिल ने बताया कि पार्टी की कोर कमेटी रविवार को बैठक करेगी और भविष्य के कदम पर फैसला करेगी। सरकार गठन को लेकर भाजपा के साथ चल रही खींचातानी के बीच शिवसेना ने कोश्यारी के इस कदम का स्वागत किया है। सूत्रों ने बताया कि इससे पहले दिन में एडवोकेट जनरल आशुतोष कुंभकोनी राजभवन में राज्यपाल कोश्यारी से मिले।
विधानसभा का कार्यकाल शनिवार मध्यरात्रि को समाप्त हो गया
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र की 13वीं विधानसभा का कार्यकाल शनिवार मध्यरात्रि को समाप्त हो गया। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने ‘पीटीआई – भाषा को बताया, ”हमें राज्यपाल से पत्र मिला है। उन्होंने कहा, ”हमारी कोर कमेटी कल बैठक करेगी और आगे के कदमों पर चर्चा करेगी।
राजभवन के बयान के मुताबिक, राज्यपाल ने भाजपा विधायक दल के नेता फडणवीस को सरकार बनाने के लिये अपनी पार्टी की इच्छा और क्षमता से अवगत कराने को कहा है। बयान में कहा गया, ”महाराष्ट्र विधानसभा का चुनाव 21 अक्टूबर को हुआ और परिणाम की घोषणा 24 अक्टूबर को हुई। हालांकि, 15 दिन बीतने के बावजूद कोई भी एक पार्टी या गठबंधन सरकार बनाने के लिए आगे नहीं आयी है।
भाजपा सबसे बड़ी पार्टी, पहले सरकार बनाने के लिए सही दावेदार
इसमें आगे कहा गया है कि चूंकि सरकार बनाने के लिए कोई भी पार्टी आगे नहीं आयी है, ऐसे में राज्यपाल ने शनिवार को सरकार के गठन की संभावना का पता लगाने का फैसला किया है और आज सबसे बड़ी पार्टी, भाजपा के निर्वाचित सदस्यों के नेता को इच्छा और क्षमता से अवगत कराने को कहा है। इस बीच, शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने कहा कि राज्यपाल का यह फैसला निर्धारित प्रक्रिया के अनुरूप है और शिवसेना इसका स्वागत करती है।
राउत ने कहा, ”कम से कम राज्यपाल ने सरकार गठन के लिए संभावना तलाशने का काम शुरू कर दिया है। भाजपा सबसे बड़ी पार्टी है और सबसे पहले सरकार बनाने के लिए सही दावेदार है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 288 सदस्यीय विधानसभा के लिए हुए चुनाव में 105 सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि शिवसेना को 56 सीटों पर जीत हासिल हुई है। दोनों को मिलाकर 161 सीटें हैं जो जरूरी बहुमत के आंकड़े 145 से बहुत ज्यादा है, लेकिन मुख्यमंत्री पद को लेकर खींतचान की वजह से अब तक सरकार का गठन नहीं हुआ है।
फडणवीस ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था
फडणवीस ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था और राज्यपाल ने उन्हें कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहने को कहा। कांग्रेस के 44 में से 35 विधायक कांग्रेस शासन वाले राजस्थान में है। पार्टी के एक विधायक ने पहचान उजागर नहीं करने का अनुरोध करते हुए बताया कि जल्द ही और विधायकों के आने की संभावना है। उन्होंने बताया कि एआईसीसी महासचिव मल्लिकार्जुन खड़गे और महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष बालासाहेब थोराट रविवार को जयपुर में उनसे मिलेंगे।
राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने अगले सप्ताह पार्टी के विधायकों की बैठक बुलायी है। पार्टी के एक सूत्र ने इस बारे में बताया। उन्होंने बताया, ”विधायक सोमवार को मुंबई आएंगे। बैठक एक दिन बाद हो सकती है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) अध्यक्ष शरद पवार ने शनिवार को साफ कर दिया कि जनता ने भाजपा-शिवसेना को स्थायी सरकार बनाने का जनादेश दिया है।