कानपुर। कानपुर में एक दिलचस्प घटना सामने आई है. रविवार देर रात एक दुल्हन ने छह फेरों के बाद सातवां फेरा लेने से इनकार करते हुए शादी करने से मना कर दिया. जानकारी के मुताबिक, जयमाल कार्यक्रम के बाद युवती ने दूल्हे के साथ छह फेरे लिए, लेकिन सातवें फेरे पर अचानक से रुक गई।
युवती बोली कि दूल्हा काला है, मैं शादी नहीं करूंगी। दुल्हन के इनकार के कारण बिठूर से आई बारात को दूसरे दिन दूल्हे संग बैरंग लौटना पड़ा. मौके पर पहुंची पुलिस ने दुल्हन के परिजनों को काफी समझाने का प्रयास किया, इसके बावजूद दुल्हन शादी करने को तैयार नहीं हुई।
दरअसल, सचेंडी के एक गांव में एक किसान की बेटी की शादी थी. बारात बैंडबाजे के साथ बिठूर के नारामऊ से देर शाम पहुंची तो द्वारचार के बाद खान-पान और जयमाल का कार्यक्रम हुआ. देर रात शादी की रस्में भी हुईं. वैदिक मंत्रोच्चार के बीच मंडप में छह फेरे पूरे होते ही दुल्हन एकाएक रुक गई. सिर से घूंघट उठाते हुए बोलीं, शादी नहीं करूंगी. इससे हड़कंप मच गया।
शादी के मंडप में बताई वजह
मां-बाप ने वजह पूछी तो बताया कि दूल्हा काला है. दोनों पक्षों के बुजुर्ग और रिश्तेदारों ने लड़की को काफी समझाने की कोशिश की लेकिन युवती ने किसी की भी बात नहीं मानी. पुलिस स्थिति को देखते हुए दोनों पक्ष को रात में ही सचेंडी थाने ले गई. सचेंडी एसओ ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच खर्च और एक-दूसरे को दिए सामान लौटाने पर सहमति बनी है. सामान की अदला-बदली के बाद बारात नारामऊ लौट गई।