लखनऊ। पंजाब की राजधानी नहीं बता पाने पर राज्यपाल से सम्मानित शिक्षक को डीएम ने निलंबित कर दिया। अजगरा के परिषदीय विद्यालय में शिक्षण व्यवस्था की बदहाली सामने आने पर यहां के स्टाफ को हटाने का निर्देश दिया है। निरीक्षण के दौरान गंदगी व अव्यवस्था देख प्रभारी चिकित्साधिकारी को फटकार झेलनी पड़ी। अनुपस्थित आधा दर्जन कर्मचारियाें के वेतन भुगतान पर रोक लगाते हुए चिकित्सक से कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
जिलाधिकारी मार्कण्डेय शाही ने बुधवार को लक्ष्मणपुर विकास खंड के अंतर्गत सरकारी दफ्तराें व परिषदीय विद्यालयों को औचक निरीक्षण किया। डीएम सबसे पहले लक्ष्मणपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। यहां गंदगी का अंबार देख प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. रजनीश प्रियदर्शी को जमकर फटकार लगाते हुए अस्पताल की दशा सुधारने के लिए सप्ताह भर का समय दिया।
गुड आफ्टर नून की स्पेलिंग पूछने पर भी प्रधानाध्यापक बगलें झांकने लगे
डीएम ने प्रधानाध्यापक जय प्रकाश से पंजाब की राजधानी पूछी तो वह सही जवाब नहीं दे सके। गुड आफ्टर नून की स्पेलिंग पूछने पर भी प्रधानाध्यापक बगलें झांकने लगे। जिस पर डीएम ने उन्हे निलंबित करने का फरमान सुना दिया। बता दें कि जय प्रकाश को वर्ष 2017-18 में राज्यपाल की ओर से शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।
स्कूल में तैनात दूसरे शिक्षक रामदीन से जिलाधिकारी ने 17 का पहाड़ा पूछा तो वह नहीं बता सके। जिस पर डीएम ने नाराजगी जताई। यहां छात्र संख्या 106 पंजीकृत थी, लेकिन विद्यालय में मात्र 20 छात्र उपस्थित मिले। इसी क्रम में डीएम स्थानीय ब्लाक के निरीक्षण के लिए पहुंचे। यहां निर्माणाधीन आवास की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए अवर अभियंता को फटकार लगाई।