अशोक सिंह भारत, फगवाड़ा/जालंधर
जालंधर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट की ईओ सुरिंदर कुमारी का तबादला हो गया है। सरकार ने उन्हें एक बार फिर से फगवाड़ा इंप्रूवमेंट ट्रस्ट में तैनाती दी है। फगवाड़ा इंप्रूवमेंट वही जगह है, जहां पहले तैनाती के समय सुरिंदर कुमारी पर करप्शन के आरोप लगे थे। जिसकी जांच विजीलैंस के साथ साथ विभाग के अधिकारी कर रहे हैं। हालत यह है कि फगवाड़ा में सुरिंदर कुमारी को ज्वाइन के लिए वहां के अधिकारी तैयार ही नहीं है।
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ईओ सुरिंदर कुमारी का विवादों के साथ पुराना नाता रहा है। फगवाड़ा में ईओ रहते फर्जी बिल बनाने, जालंधर में विजीलैंस द्वारा पकड़े गए क्लर्क महिंदर पाल के जरिए पैसे मांगने और अब जालंधर में ही एक प्लाट के अलाट को लेकर 15 लाख रुपए मांगने के कथित तौर पर उन पर आरोप लग चुके हैं। हालांकि ईओ सुरिंदर कुमारी इन सभी आरोपों को नकार रही हैं।
इस पूरे मामले में जहां विजीलेंस जांच कर रही है, वहीं स्थानीय निकाय विभाग के तत्कालीन डायरैक्टर करुनेश शर्मा ने खुद चिट्ठी लिख कर स्थानीय निकाय विभाग के डिप्टी डायरेक्टर से कार्यवाही के लिए कहा है।
यह है मामला
फगवाड़ा ट्रस्ट में फर्जी बिल बनाने का ईओ आरोप झेल रही हैं। आरोप है कि ईओ सुरिंदर कुमारी और इंजीनियर राजकुमार ने ट्रस्ट द्वारा फर्जी बिल बनाया गया। इस मामले में तत्कालीन डायरैक्टर करुनेश शर्मा ने चिट्ठी में लिखा है कि ईओ सुरिंदर कुमारी, चेयरमैन सुनील कुमार और ट्रस्ट इंजीनियर राजकुमार ने बिना काम करवाए फर्जी बिल लगाकर लाखों रुपए हासिल किए हैं। इसकी जांच विजीलैंस कर रही है।
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मेरे ऊपर लगे सभी आरोप बेबुनियाद – सुरिंदर कुमारी
ईओ सुरिंदर कुमारी ने कहा है कि उनके ऊपर लगे सभी आरोप बेबुनियाद है। फगवाडा में भी शिकायत हुई थी, उसरी जांच चल रही है। जालंधर के मामले में भी सभी आरोप गलत है। ईओ ने कहा है कि कुछ लोग उनके खिलाफ साजिश रच रहे हैं, जिससे उनकी छवि खराब करना चाहते हैं।
नोट – इंप्रूवमेंट ट्रस्ट आफिस में बड़े पैमाने पर करप्शन के खेल हो रहे हैं। यहां कई सालों से एक ही कुर्सी पर बाबू जमे हुए हैं। कौन बाबू कितने साल से कुर्सी तोड़ रहा है, करप्शन के किस्से की अगली किश्त में पढ़ें। पढ़ते रहें www.dailysamvad.com