
अरुण खोसला
डेली संवाद, कपूरथला
देश में फैल रहे कोरोना वायरस जैसी गंभी बीमारी के लिए जहाँ हर कोई 21 दिन के लॉक डाउन दौरान घर में बैठे रहने की पीएम नरेंद्र मोदी की अपील को मान कर अपनी व जनता की जान को बचाने की कवायद में जुटे है। वहीँ क्षेत्र के विधायक व सत्ताधारी कौंसलर नेता कोई स्वास्थ्य अधिकारिओं सहित इस अपील को नजरअंदाज करते नजर आ रहे है।
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जिसका सबूत शहर में सेनिटाइज़ेशन हेतु स्प्रै के उद्घाटन समय बुधवार 25 मार्च को देखने को मिला, जब लगभग 50 नेताओं व अधिकारिओं ने एकत्र होकर बिना सोशल डिस्टेंस कायम किये फोटो खिचवाकर खबर जारी की। इसमें सोने पर सुहागा यह भी हुआ यह खबर फोटो सहित आधिकारिक तौर पर जारी की गई है।
घातक बीमारी कोरोना ने दस्तक दी
ज्ञात हो विश्व के कई देशो में आंतक फैलाने के बाद भारत में भी घातक बीमारी कोरोना ने दस्तक दी और कुछ ही दिने में धीरे धीरे मरीजों की संख्या बढ़ रही है। वहीँ इस कोरोना की चैन को तोड़ने के लिए प्रधानमंत्री मोदी द्वारा 22 मार्च को लॉकडाउन के ट्रायल के बाद 21 दिन के लिए देश में लॉक डाउन की घोषणा जारी की है।
देश की जनता को कोरोना से बचने के लिए अपील भी की है कि लोग अपने घरो मे ही रहे और बहार न निकले। ताकि कोरोना की घातकता को रोका जा सके। वहीँ इस आदेश के बाद कुछ क्षेत्रों में जब जनता घरों में नहीं टिक सकी तो पंजाब सहित कई प्रदेशो में कर्फ्यू आर्डर भी लागू किया गया।
प्रशासन की हिदायत खोखली
पूरथला की बात करे तो कोरोना वायरस से बचाव के लिए जिला सिविल प्रशासन, पुलिस व स्वास्थ्य प्रशासन अपने अपने ढंग से जनता को जागरूक करने के तरीके अपना रहे है और हर हाल में लोगों को घरो में रहने व कर्फ्यू में राहत दौरान सोशल डिस्टेंस बनाये रखने की हिदायते दे रहे है। लेकिन प्रशासन की यह हिदायत कहीं न कहीं खोखली नजर आ रही है और उनकी कुछ गतिविधिया उन्हें भी खतरे में डालने का संकेत दे रही है।
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बताने योग्य है कि बुधवार 25 मार्च को कर्फ्यू दौरान बंद कपूरथला शहर में सेनिटाइसेशन के तहत स्प्रै करने की कवायद का आगाज़ किया गया। जिसमे विधायक राणा गुरजीत सिंह ने अपने कौंसलर नेताओं सहित निगम कार्यालय से उद्घाटन किया। लेकिन सरकारी तौर पर जारी की गई खबर के साथ जो फोटो भेजी गई उसमे लगभग 5 लोग सोशल डिस्टेंस के नियम को नजरंदाज कर एक साथ खड़े दिखाई दिए।
जिसमें शहर के विकास व जनता के हितैषी कहे जाने वाले नेताओं के साथ सिविल सर्जन डॉ जसमीत कौर सहित स्वाथ्य अधिकारी भी थे। जो कि आम जनता के लिए स्वस्थ रहने व कोरोना से बचाव के लिए विशेष हिदायते है और जनता उन्हें प्रेरणा स्रोत्र भी मानती है। आधिकारिक तौर पर भेजी गई यह खबर व फोटो लगभग सभी समाचारो पत्रों में प्रकाशित भी हुई। इस खबर को पढ़कर जनता के मन में कई सवाल उठ खड़े हुए है। इस गलती के गंभीर परिणाम भी हो सकते है।
देखें क्या कह रही हैं डिप्टी कमिश्नर
https://www.youtube.com/watch?v=fO-lz7KiUo8







