डेली संवाद, चंडीगढ़
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के निरंतर यत्नों और दिशा-निर्देशों के अंतर्गत पंजाब सरकार ने महाराष्ट्र में हजूर साहिब (नांदेड़) में फंसे सैंकड़ों श्रद्धालुओं को वापस उनके घर लाने के लिए बड़े स्तर पर मुहिम शुरू कर दी। इसके अलावा राजस्थान में भी फंसे 2700 मज़दूरों और 150 विद्यार्थियों को भी वापस लाने की तैयारी है।
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रविवार बाद दोपहर तक 219 श्रद्धालू पंजाब में अपने घर पहुँच गए जबकि 11 वाहनों पर आ रहे 176 और श्रद्धालू देर रात तक बठिंडा पहुंच जाएंगे जहाँ से वह आगे अमृतसर जाएंगे। स्टेट ट्रांसपोर्ट कमिशनर अमर पाल सिंह के अनुसार 467 श्रद्धालुओं को लेकर आ रही 13 बसें राजस्थान के भीलवाड़ा में पहुँच गई जिनके कल प्रात:काल पंजाब पहुँचने की संभावना है।
पंजाब सरकार की 80 बसें का काफि़ला
इसी तरह पंजाब सरकार की 80 बसें का काफि़ला इन्दौर (मध्य प्रदेश) पार कर गया है जिसके रविवार की देर रात हजूर साहिब में पहुँचने की उम्मीद है और बाकी रहते श्रद्धालुओं को लेकर सोमवार दोपहर फिर पंजाब की तरफ रवाना होने की उम्मीद है। मुख्यमंत्री ने अपने निरंतर यत्नों के द्वारा श्रद्धालुओं को वापस लाने के लिए कुछ दिन पहले केंद्र से इजाज़त माँगी थी और यह भी वचनबद्धता अभिव्यक्त की थी कि इसलिए ज़रुरी कदम पंजाब सरकार की तरफ से उठाये जाएंगे।
सात बसों के द्वारा वापस लाया जा रहा है
उन्होंने राज्य के अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) को महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और राजस्थान के अथॉरिटीयों के साथ लगातार तालमेल करने के लिए तैनात किया था जिससे श्रद्धालुओं के साथ-साथ मज़दूरों और विद्यार्थियों की सुरक्षित वापसी को यकीनी बनाया जा सके। एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि पंजाब के 150 विद्यार्थी जो राजस्थान में कोटा में फंस गए थे, को सात बसों के द्वारा वापस लाया जा रहा है जो कल प्रात:काल पंजाब पहुँच जाएंगे। राज्य सरकार ने 60 बसें जैसलमेर (राजस्थान) भी भेजी हैं जहाँ 2700 मज़दूर पाँच राहत कैंपों में रुके हुए हैं। वह पंजाब के लिए कल शाम को रवाना होंगे।
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