डेली संवाद, चंडीगढ़
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बुधवार को राज्य में नई शराब नीति को मंजूरी दे दी है। जिसे लेकर शराब कारोबारी इसके विरोध में सामने आए हैं। नई नीति के तहत शराब की होम डिलीवरी को मंजूरी दी जा सकती है, लेकिन कई शराब ठेकेदार होम डिलीवरी के पक्ष में नहीं हैं।
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कई शराब कारोबारियों का कहना है कि वह आज से ही दुकान खोलने के हक में हैं, लेकिन होम डिलीवरी की सुविधा नहीं दी जानी चाहिए। हालांकि, होम डिलीवरी को अभी ऑप्शनल ही रखा जा सकता है। गौरतलब है कि लॉकडाउन के दौरान कई राज्य सरकारों ने केंद्र सरकार से अपील की थी कि उन्हें शराब की दुकानों को खोलने की अनुमति दी जाए। शराब के जरिए राज्य सरकारों को बड़ा राजस्व मिलता है, ऐसे में हर राज्य सरकार इसे खोलना चाहती थी।
शराब की दुकानें खोलने को मंजूरी
केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से शर्तों के साथ शराब की दुकानें खोलने को मंजूरी दी गई थी। बीते दिन पंजाब कैबिनेट मंत्रियों और पंजाब के कैबिनेट सचिव के बीच बहस हो गई थी। जिसमें नई आबकारी नीति को लेकर ही विवाद हुआ था, जिसके बाद पूरा निर्णय कैप्टन अमरिंदर सिंह पर छोड़ा गया था।
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इस बैठक में पंजाब सरकार के कई मंत्रियों ने शराब की होम डिलीवरी होने को गलत बताया था और इसका असर सरकार की छवि पर पड़ने की चेतावनी दी थी। केंद्र सरकार की गाइडलाइन्स के मुताबिक, किसी भी शराब की दुकान पर एक वक्त में पांच लोग ही खड़े हो सकते हैं जबकि इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना जरूरी होगा।
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