डेली संवाद, जालंधर
पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के मित्र ओलंपियन और जालंधर कैंट हलके के विधायक परगट सिंह भी सिद्धू की राह पर चल पड़े हैं। जिस तरह नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं, उसी तर्ज पर पहली बार कैंट हलके विधायक परगट सिंह भी अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
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रविवार को अपने आवास पर परगट सिंह ने कहा कि पंजाब में नंबर-2 की शराब बेची जा रही है। जिसका फायदा कुछ लोग उठा रहे हैं। जो पैसा सरकार के खजाने में जमा होना था, वह पैसा चंद माफिया की तिजोरी में जा रहा है। उन्होंने कहा कि शराब नीति को लेकर पंजाब सरकार गंभीर नहीं है, जिसमें अधिकारियों की अहम योगदान है।
परगट सिंह ने कहा है कि अधिकारी आपस में लड़ने की बजाए राज्य के हित के लिए काम करते तो ज्यादा बढ़िया होता। उन्होंने कहा है कि मंत्रियों और ब्यूरोक्रेट की लड़ाई में पंजाब के लोग पिस रहे हैं। उन्होंने अपने ही सरकार की तुलना पूर्व की अकाली-भाजपा सरकार से कर डाली। परगट सिंह ने कहा कि हमारी सरकार ने साढ़े तीन साल में एक्साइज विभाग की कारपोरेशन तक नहीं बनाई।
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परगट सिंह ने कहा कि पंजाब को साढ़े तीन साल में करीब 14.50 हजार करोड़ रुपए रेवेन्यू आया है, जबकि अगर कारपोरेशन बनी होती तो ये रेवेन्यू 30 हजार करोड़ तक जाने की उम्मीद थी। जिससे सरकार को 15 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। यह नुकसान कहीं जानबूझकर तो नहीं करवाया जा रहा है। इस पर भी परगट ने सवाल खड़े किए हैं।
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