चंडीगढ़। पंजाब में सेक्रेटरी करन अवतार सिंह को लेकर सियासी महाभारत जारी है। कई मंत्री और विधायक चीफ सेक्रेटरी को हटाने की मांग कर रहे हैं। लेकिन मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने मंत्रियों-विधायकों से बात कर उन्हें शांत कराने की कोशिश की है। अब पूर्व कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने पूरे प्रकरण पर अपनी राय जताकर कांग्रेस की कलह सामने कर दी है। सिद्धू ने कहा कि स्वार्थ के चक्कर में सरकारी मशीनरी को बर्बाद नहीं करना चाहिए।
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अपने यूट्यूब चैनल पर सिद्धू ने एक वीडियो अपलोड किया है। इसमें वो कहते हैं कि “एक ब्यूरोक्रेट हाथ की तीसरी उंगली की तरह होता है। अगर वो उंगली कट जाए तो हाथ बेकार हो जाता है।” उन्होंने कहा कि ‘प्रभावी गर्वनेंस के लिए, सरकार चलाने के लिए पूरी मशीनरी का परफेक्ट मिक्स होना चाहिए।
अपने इलाके का उदाहरण देकर समझाया
सिद्धू ने वीडियो में अपने जिले अमृतसर का उदाहरण दिया। वहां के डिप्टी कमिश्नर शिव दुलार सिंह की तारीफ करते हुए सिद्धू ने कहा कि “चुने हुए जनप्रतिनिधियों और सारी सरकारी मशीनरी के बीच कम्प्लीट कोऑर्डिनेशन से आखिरी घर तक राशन पहुंचा। मगर जब मतलब बीच में आ जाता है तो मशीनरी किसी काम की नहीं रहती।”
कैप्टन से अनबन पर दिया था इस्तीफा
लोकसभा चुनावों के समय से ही सिद्धू और अमरिंदर के बीच मनमुटाव चल रहा है। अमरिंदर सिंह ने छह जून 2019 को सिद्धू से स्थानीय निकाय और पर्यटन एवं सांस्कृतिक मामलों के विभाग वापस ले लिए थे। उन्हें ऊर्जा एवं नवीकरणीय ऊर्जा विभाग का प्रभार सौंपा गया था। बिना एक भी दिन ऑफिस गए सिद्धू ने पिछले साल जून में अपना इस्तीफा राहुल गांधी को सौंप दिया था।
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