डेली संवाद, जालंधर
कूड़ा गाड़ियों में डीजल की खपत पर निगरानी को लेकर आंदोलनरत हुए मुलाजिमों ने आखिरकार मंगलवार से कूड़ा उठाना शुरू कर दिया है। हालांकि मेयर जगदीश राजा और यूनियन के बीच विवाद अभी ठंडा नहीं पड़ा है। ड्राइवरों ने मंगलवार को नगर निगम कमिश्नर के साथ मीटिंग के बाद काम शुरू कर दिया।
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जानकारी के मुताबिक ड्राइवर एंड टेक्निकल वर्कर यूनियन से जुड़े मुलाजिम कूड़े से भरे वाहनों का वजन नहीं करवा रहे हैं। मेयर जगदीश राजा और हेल्थ एंड सैनिटेशन कमेटी के मेंबर धर्म कांटा पर गाड़ियों का इंतजार करते रहे लेकिन ज्यादातर मुलाजिम वजन करवाने के लिए गाड़ियां लेकर नहीं आए।
सिस्टम में सुधार लाने के लिए मॉनिटरिंग – ठाकुर
उधर, हेल्थ एंड सेनिटेशन कमेटी के चेयरमैन बलराज ठाकुर ने कहा है कि सिस्टम में सुधार लाने के लिए मॉनिटरिंग की जा रही है। उन्होंने कहा कि उनका मकसद सिर्फ सिस्टम में सुधार लाना है, किसी भी अधिकारी, पार्षद या कमेटी सदस्य ने मुलाजिमों के खिलाफ कोई बात नहीं कही है।
नगर निगम की ड्राइवर एंड टेक्निकल यूनियन के प्रधान देवानंद ने मेयर जगदीश राजा पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट में सफाई सेवक, सीवरमैन, ड्राइवर काम कर रहे हैं। शहर की पूरी सफाई की जा रही है लेकिन मेयर ऐसे समय में मुलाजिमों का हौसला बढ़ाने की बजाये काम में रुकावटें पैदा कर रहे हैं।
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मेयर बोले- मानीटरिंग जारी रहेगी
मेयर जगदीश राजा ने कहा कि इन वाहनों की निगरानी की जा रही है, जिससे पता लग सके कि पेट्रोल डीजल की खपत क्यों ज्यादा हो रही है। उन्होंने कहा कि कुछ वाहनों की जांच-पड़ताल उन्होंने राजा खुद किया है। इसी बात को लेकर मुलाजिम नाराज हैं।