नई दिल्ली। कोरोना वायरस के जारी संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के लोगों से मन की बात की. प्रधानमंत्री ने कोरोना से निपटने के लिए किए गए प्रयासों की चर्चा की और आने वाले समय में और गंभीरता के साथ सतर्कता बरतने को जरूरी बताया।
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पीएम मोदी ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का भी जिक्र किया और कहा कि कोरोना संकट के दौरान भी यह देखा जा रहा है कि हॉलीवुड से हरिद्वार तक, घर में रहते हुए लोग योग पर बहुत ही गंभीरता से ध्यान दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि योग जैसे-जैसे लोगों के जीवन से जुड़ रहा है, लोगों में अपने स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता भी लगातार बढ़ रही है।
पीएम मोदी ने कोरोना संकट में योग को जरूरी बताते हुए कहा कि यह वायरस हमारे श्वसन तंत्र को सबसे अधिक प्रभावित करता है. योग में श्वसन तंत्र को मजबूत करने वाले कई तरह के प्राणायाम हैं. ये टाइम टेस्टेड टेक्निक्स हैं. उन्होंने कहा कि कितने ही लोग जिन्होंने कभी योग नहीं किया, वे भी ऑनलाइन योग की क्लास ले रहे हैं या फिर वीडियो देख योग सीख रहे हैं।
आसन करते हुए तीन मिनट का वीडियो भेजें
प्रधानमंत्री ने कहा कि योग कम्युनिटी, इम्यूनिटी और यूनिटी सबके लिए अच्छा है. उन्होंने आयुष मंत्रालय की ओर से योग को लेकर शुरू की गई वीडियो ब्लॉग प्रतियोगिता की जानकारी दी और कहा कि इसमें दुनिया के किसी भी देश का नागरिक हिस्सा ले सकता है. पीएम ने कहा कि प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए योग या आसन करते हुए तीन मिनट का वीडियो भेजना होगा, जिसमें उसके बारे में जानकारी देने के साथ ही उसके कारण जीवन में आए बदलाव की भी जानकारी देनी होगी।
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इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना को लेकर वैश्विक नेताओं के साथ वार्ता भी की थी. उन्होंने पश्चिम बंगाल और ओडिशा में अम्फान तूफान के कारण हुई तबाही का भी जिक्र किया और दिलेरी से संकटों का सामना करने के लिए लोगों की तारीफ की।