चंडीगढ़। लुधियाना की घुमार मंडी में हुई 2 किलो सोने की डकैती के मुख्य आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। संगठित क्राइम कंट्रोल यूनिट (ओकू) की टीम ने एसएएस नगर (मोहाली) से आरोपी को गिरफ्तार किया है, जिसकी पहचान खालिस्तान आतंकी व गैंगस्टर तेजिन्दर सिंह उर्फ तेजा उर्फ जुझार सिंह, निवासी महदपुर, थाना बलाचौर (नवांशहर) के तौर पर हुई है।
[ads2]
तेजिन्दर से पंजाब पुलिस की वर्दी का एक सैट, केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत आते सीमा सुरक्षा बल का एक आईडी कार्ड के अलावा एक 30 बोर की चीनी पिस्तौल, 10 कारतूस और एक शैवर्ले आप्ट्रा कार बरामद हुई है। तेजा पर हत्या व हत्या की कोशिश समेत 25 मामले दर्ज हैं। वह जनवरी, 2020 में खरड़ से टोयोटा फॉर्चूनर छीनने की एक घटना में मुख्य आरोपी था।
खालिस्तानी एजेंडे के तहत हत्याओं के लिए जुटा रहा था फंड
जांच में खुलासा हुआ है कि उसने गिरफ्तारी से बचने को नकली आधार कार्ड, नोएडा (यूपी) से ड्राइविंग लाइसेंस भी तैयार किए थे। भागते समय वह दिल्ली, राजस्थान, यूपी व हरियाणा में छिपा। नवांशहर में गैर-कानूनी गतिविधियां (रोकथाम) कानून और संबन्धित धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है।
डीजीपी दिनकर गुप्ता ने बताया कि यह घटना महज एक लूट भर नहीं थी बल्कि डकैती का मुख्य सरगना खालिस्तान समर्थक एजंडे के हिस्से के तौर पर सुनियोजित कत्ल को अंजाम देने के लिए फंड एकत्रित करने की योजना बना रहा था।
पूछताछ में उसने माना है कि वह कट्टरपंथी था और उसे कुछ कट्टर आतंकवादियों ने सुनियोजित कत्ल करने के लिए प्रेरित किया था जिन्हें वह अलग-अलग जेलों में कैद के दौरान मिला था। तेजा पहले भी कत्ल, कत्ल की कोशिश, कार छीनने, डकैती आदि 25 से ज्यादा अपराधिक मामलों में शामिल होने के कारण गिरफ्तार किया गया था।
कैश वैन लूटने की थी योजना
पूछताछ के दौरान तेजिंदर सिंह उर्फ तेजा ने यह भी खुलासा किया कि वह और उसका नज़दीकी साथी रछपाल सिंह उर्फ दोला निवासी गांव भुच्चर कलां (तरनतारन) मोड़ और तलवंडी साबो में एसबीआई की मुख्य शाखाओं से करंसी लेने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली एक बैंक कैश वैन को लूटने की योजना बना रहे थे। इस संबंधी रेकी भी कर ली थी।
[ads1]
नई खेप का कर रहा था इंतजार
दिसंबर, 2019 में जेल से रिहा होने के बाद उसने रछपाल सिंह उर्फ दोला, के साथ मिलकर सरहद पार से अत्याधुनिक हथियार प्राप्त किये। वह अब जिला तरनतारन में कत्ल के एक ताज़ा मामले में फऱार था। डीजीपी ने कहा कि वह ऑटोमैटिक हथियारों/नशे की नई खेप की भी इंतजार कर रहे थे।
गनपाॅइंट पर लूटा था सोना
29 जनवरी की दोपहर को आरोपी फार्च्यूनर गाड़ी में तेजा अपने साथी विष्णु अन्य को लेकर घुमारमंडी पहुंचा था। जहां उन्होंने मालिक विजय कुमार और उनके नौकर नीरज को बंधक बनाकर गनप्वाइंट पर ले लिया था। जिसके बाद उनकी दुकान से दो किलो के करीब सोना लूटकर ले गए थे। उक्त मामले में एक आरोपी विष्णु को खन्ना पुलिस ने एक हफ्ता पहले गिरफ्तार किया था। सूत्र बताते है कि उसकी ही सूचना पर ओकू टीम तेजा तक पहुंची थी।