भारत के गांव से ही निकलेगा विकास का मार्ग- दीपक
डेली संवाद, जालंधर
विद्या भारती पंजाब के तत्वाधान मे आयोजित वेब गोष्ठी मे बोलते हुए स्वदेशी जागरण मँच के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख दीपक जी ने कहा कि 1991 मे वैश्वीकरण का रास्ता अपनाने के कारण हमारे लोगों का स्वस्थय, उपजाऊ भूमि, सुख-चैन, शांति और रोजगार को नष्ट किया है। इस गोष्ठी में विद्या भारती उत्तर क्षेत्र संगठन मन्त्री विजय नड्डा, क्षेत्रीय प्रचार प्रमुख राजिंदर, प्रांत प्रचार प्रमुख सुखदेव वशिष्ठ, प्रांत प्रचार टोली सदस्य मोहित चुघ, सोम कालिया आदि उपस्थित रहे।
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उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के उपरांत समय आ गया कि भारत वैश्वीकरण के दौर से बाहर निकले। अपनी ताकत को पहचानते हुए अपनी कमजोरी, आवश्यकता, जरूरत और परीस्थितियो के आधार पर विकास मॉडल तैयार करे। यह भारत के गावों से निकलेगा। गांव अगर खड़े होंगे तो भारत को खड़ा कर देंगे। इसीलिये स्वदेशी जागरण मँच ने भारत की जहरीली हो चुकी कृषि को ओर्गनिक मे बदलने के लिये और आर्गेनिक प्रॉडक्ट के लाखों उद्योग लगाकर विश्व को अच्छे और जैविक उत्पाद देने के लिये योजना बनाई है।
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इस लिये स्वदेशी जागरण मँच द्वारा स्वदेशी स्वावलंबी अभियान चलाया गया है, जिसमें 13 लाख से अधिक जुड़ गये हैं। प्रत्येक जिले मे पाए जाने वाले प्राकृतिक संसाधन एवं कृषि उत्पादों से जुडे़ उद्योगों का जाल गावों से लेकर शहरो तक बनाया जाएगा। इस से एक तो बेरोजगारी की समस्या समाप्त होगी और दूसरी और स्वलम्ब भारत का निर्माण हो सकता है।