डेली संवाद, चंडीगढ़
राज्य में कोविड के बढ़ते मामलों और प्रति मिलियन के पीछे मौतों की संख्या बढऩे पर गहरी चिंता ज़ाहिर करते हुये पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने सोमवार को कहा कि महामारी को आगे फैलने से रोकने के लिए वह सख़्त कदम उठाने से गुरेज़ नहीं करेंगे।
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अपने कैबिनेट साथियों के साथ वीडियो कांफ्रेंस के द्वारा मीटिंग के दौरान कोविड की स्थिति की समीक्षा करते हुये माहिरों की स्वास्थ्य सलाहकारी कमेटी के चेयरमैन डा के.के. तलवाड़ द्वारा दिए सुझावों पर प्रतिक्रिया देते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर ज़रूरत पड़ी तो राज्य सरकार कोरोना महामारी का मुकाबला करने के लिए सख़्त उपाय करने पर विचार करेगी।
मुख्यमंत्री ने राज्य में फिर से लॉकडाऊन से इन्कार नहीं किया। ख़ास कर अधिक मामलों वाले इलाकों में। इस लाकडाउन में कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने स्पष्ट किया कि आर्थिक गतिविधियों को प्रभावित नहीं होने दिया जायेगा। इससे पहले मोंटेक सिंह आहलूवालिया जो राज्य की अर्थव्यवस्था की फिर सुरजीती के लिए बनाऐ गए माहिरों के ग्रुप के प्रमुख हैं, ने भी कहा कि कोविड को आगे फैलने से रोकने के लिए उठाये जाने वाले कदमों से आर्थिक गतिविधियां प्रभावित नहीं होनी चाहिए।
लुधियाना, मोहाली, जालंधर और पटियाला में स्थिति गंभीर
यह चेतावनी देते हुये कि राज्य को महामारी के दूसरे उभार के लिए भी तैयार रहना चाहिए, अर्थशास्त्री ने कहा कि यदि कुछ क्षेत्रों में लॉकडाऊन लागू करना पड़ा तो यह यकीनी बनाने के लिए कि इसका प्रभाव औद्योगिक क्षेत्र और आय पैदा वाले स्रोतों पर न पड़े, सख़्त सुरक्षा उपाय लागू करने चाहिए।
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कोविड संकट संबंधी डा. तलवाड़ ने कहा कि लुधियाना, मोहाली, जालंधर और पटियाला चार जिलोंं में सबसे ज्यादा केस सामने आ रहे हैं और स्थिति पर काबू पाने के लिए और सख़्त सुरक्षा उपायों की ज़रूरत है। जानें बचाने के लिए जल्द टेस्टिंग और समय पर इलाज की महत्ता को दर्शाते हुये उन्होंने कहा कि मामलों की संख्या 31000 से और ज्यादा पहुँचने और 800 मौतें होने से राज्य की स्थिति गंभीर बनी हुई है।