डेली संवाद, जालंधर
गर्भ में पल रहे लिंग की जांच करने और मादा भ्रूण का अबार्शन कर उसकी हत्या करने के आरोप में जालंधर के रतन अस्पताल के मालिक डॉक्टर बलराज गुप्ता के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। थाना 4 में डॉ बलराज
गुप्ता और स्टाफ पूनम के खिलाफ पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। इसकी पुष्टि जांच अधिकारी सुच्चा सिंह ने की है। सुच्चा सिंह के मुताबिक सिविल सर्जन डॉ गुरिंदर कौर चावला की शिकायत पर केस दर्ज किया गया है।
जानकारी के मुताबिक जालन्धर के रतन अस्पताल में गर्भ में पल रहे लिंग जांच और मादा भ्रूण का अबार्शन करने का घिनौना काम किया जा रहा था। मादा भ्रूण हत्या के मामलों को सामने लाने का कार्य करने में लगी एक एंजसी के लोग एक महिला को लेकर जालन्धर के रतन अस्पताल पंहुचे।
पूनम की अस्पताल में सेटिंग है
डिडेकक्टिव एजेंसी के मुताबिक पूनम नामक एक महिला ने कहा कि वह गर्भ में पल रहे बच्चे का लिंग जांच करवा सकती है। पूनम ने बताया कि उसकी कई अस्पतालों से सेटिंग है। उसके बाद एजेंसी ने उक्त गर्भवती महिला की जांच की गई। इसी दौरान अस्पताल के प्रबंधक डा बलराज गुप्ता को इसकी भनक लग गई।
इस पर डॉ बलराज गुप्ता सफाई देने लग गए कि उनके अस्पताल में भ्रूण के लिंग की जांच नहीं की जाती है। जिसके बाद वहां काफी हंगामा हो गया। बलराज गुप्ता ने पुलिस बुला लिया। मौके पर चार नम्बर थाने की पुलिस और साथ में एसीपी सतिंदर चड्ढा भी पहुंचे। हैरानी तब हुई जब एसीपी चड्ढा सरकारी एजेंसी की टीम को ही दबके मार दिये।
हम पर अटैक, बदनाम करने की साजिश
डाक्टर बलराज गुप्ता ने टीम पर हमला करने के आरोप लगाए। उनका ये भी कहना है कि टीम सदस्य उन्हें बदनाम करने के लिए आए है। बलराज गुप्ता का आरोप है कि उन्हें झूठे मामले में फंसाया जा रहा है। उनके खिलाफ साजिश की गई है।