नई दिल्ली/चंडीगढ़। पंजाब (Punjab) के पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) सहित कई विधयकों को दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने दिल्ली बॉर्डर पर रोक दिया है। ये सभी लोग जंतर-मंतर पर धरना में शामिल होने जा रहे थे। सिद्धू के साथ दिल्ली आ रहे कांग्रेस विधायक अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने अपने फेसबुक पेज पर एक लाइव वीडियो किया। इसमें उन्होंने दिखाया कि दिल्ली पुलिस ने उन्हें दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर रोक लिया और आगे जाने नहीं दिया।
इसके बाद सिद्धू और वडिंग की वहां मौजूद दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के साथ बहसबाजी हुई। इस दौरान पंजाब पुलिस और दिल्ली पुलिस के सुरक्षाकर्मी भी उलझते हुए दिखाई दिए। पंजाब पुलिस के ये वो जवान थे जोकि नवजोत सिंह सिद्धू और दूसरे विधायकों की सुरक्षा में लगे हुए हैं।
जंतर-मंतर पर अमरिंदर सिंह का धरना
दिल्ली पुलिस की सलाह पर पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह राजघाट के बदले अब बुधवार को यहां जंतर-मंतर पर ‘धरना’ देंगे। इस दौरान अमरिेंदर के मंत्रिमंडल के सहयोगी और विधायक भी मौजूद रहेंगे। मुख्यमंत्री कार्यालय ने बुधवार को एक आधिकारिक बयान में कहा कि वह दोपहर 12 बजे राजघाट पर राष्ट्रपिता को नमन करने के बाद जंतर-मंतर पहुंचेंगे।
इन मुद्दों को लेकर है प्रदर्शन
मुख्यमंत्री ने मंगलवार को घोषणा की थी कि वो कांग्रेस के विधायकों के साथ बुधवार को राजघाट पर घरना प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि किसानों के आंदोलन के कारण माल गाड़ियों की आवाजाही की अनुमति देने के केंद्र के कथित मनाही के बीच राज्य के ‘बिजली संकट और महत्वपूर्ण आवश्यक आपूर्ति’ की स्थिति को हाईलाइट करने के लिए यह प्रदर्शन होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान आंदोलन के बावजूद रेल मार्गों पर प्रदर्शनकारियों के अवरोध कम करने के बाद भी भारतीय रेलवे द्वारा मालगाड़ियों को न चलाने के निर्णय के कारण पंजाब में कोयला, यूरिया और डीएपी और अन्य आवश्यक आपूर्ति की कमी हो गई है। इस कारण सभी बिजली संयंत्रों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है, साथ ही कृषि संबंधी और सब्जियों की आपूर्ति में भी कमी आई है।