पटना। बिहार विधानसभा नए विधायकों के शपथ के दौरान सोमवार को एआईएमआईएम के विधायक अख्तरुल इमान ने अजीबोगरीब हालत पैदा कर दी। दरअसल, इमान ऊर्दू में शपथ लेना चाहते थे। शपथ पत्र में हिन्दुस्तान शब्द लिखे होने पर उन्होंने आपत्ति जताई, वह इसकी जगह भारत बोलने पर अड़े रहे। इस पर प्रोटेम स्पीकर जीतन राम मांझी ने सूझबूझ का परिचय देते हुए इमान को भारत बोलकर ही शपथ लेने की इजाजत दे दी।
इस मामले पर बीजेपी विधायक नीरज कुमार बबलू ने कहा कि जिन लोगों को हिन्दुस्तान बोलने पर आपत्ति है वे पाकिस्तान चले जाएं। ऐसे लोगों को देश में रहने का कोई हक नहीं है। जेडीयू के मदन सहनी ने कहा कि इमान अगर हिन्दुस्तान बोलते तो भी कोई दिक्कत नहीं होती। उन्होंने कहा कि कुछ लोग शपथ ग्रहण में अलग दिखने के चक्कर में इस तरह की हरकत करते हैं, जिसकी कोई जरूरत नहीं है।
बिहार विधानसभा सत्र शुरू
बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में बनी सरकार के बाद विधानसभा का पहला सत्र सोमवार को शुरू हो गया। सत्र के पहले दिन सभी नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाई जा रही है। कोरोना काल में पांच दिवसीय सत्र में कोविड प्रोटज़कॉल का पूरा पालन किया जा रहा है। विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर जीतन राम मांझी ने नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाई।
प्रोटेम स्पीकार ने कहा कि पहले दो दिन नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी। 17वीं बिहार विधानसभा सत्र के दौरान सामाजिक दूरी बरतने के लिहाज से सदस्यों का बारी-बारी से शपथ दिलाई जा रही है। सबसे पहले उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद फिर रेणु देवी ने शपथ ली।
बिहार में पहली बार दो उपमुख्यमंत्री
बिहार में पहली बार दो उपमुख्यमंत्री बनाए गए हैं। इससे पहले, कार्यवाही प्रारंभ होने के पूर्व कांग्रेस और वामदलों के विधायकों ने सदन के बाहर विभिन्न मुद्दों को लेकर नारेबाजी की। वैशाली में छेड़खानी के विरोध में मनचलों द्वारा जलाकर मारी गई किशोरी को न्याय दिलाने, किसानों के मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने का प्रयास किया गया।







