पंजाब इनोवेशन (नवीनतम) मिशन और इनोवेशन फंड की स्थापना का रास्ता साफ, पढ़ें क्या होगा इसका फायदा

Daily Samvad
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डेली संवाद, चंडीगढ़
राज्य में स्टार्ट-अप्प प्रणाली को उत्साहित करने के लिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व वाली कैबिनेट ने बुधवार को पंजाब इनोवेशन (नवीनतम) मिशन और पंजाब इनोवेशन फंड की स्थापना का रास्ता साफ कर दिया है। पंजाब नवीनतम मिशन के लक्ष्य को हासिल करने के लिए 150 करोड़ रुपए का एक पंजाब नवीनतम फंड स्थापित करने का प्रस्ताव है जिससे पंजाब में मूलभूत पड़ाव के स्टार्ट-अप्पस में निवेश किया जा सके।

इस फंड में सरकारी हिस्सेदारी की अधिकतम सीमा कुल रकम के 10 प्रतिशत भाव 15 करोड़ रुपए तक निश्चित गई है। इस फंड की संभाल एक अस्सेट मैनेजमेंट कंपनी के द्वारा की जायेगी जिसमें वैश्विक स्तर के निवेशक शामिल होंगे। इस मिशन और फंड के पहले चेयरपरसन क्लिक्स कैपिटल के चेयरमैन और जैनपैकट के संस्थापक प्रमोद भसीण हैं। भसीण ने वर्चुअल ढंग के साथ हुई कैबिनेट मीटिंग के दौरान जानकारी दी कि वह बाकी की 135 करोड़ रुपए की रकम पंजाबी व्यापारियों और निवेशकों के अलावा विदेशों में बसते लोगों और सरकारी और निजी वित्तीय संस्थाओं से जुटाएंगे।

अलग माहौल सृजन करने में अहम भूमिका

सरकारी प्रवक्ता ने कैबिनेट मीटिंग के बाद में बताया कि पंजाब इनोवेशन मिशन राज्य में निवेशकों, उद्योग जगत, सरकारी, अकादमिक हलकों और स्टार्ट-अप्पस के साथ हिस्सेदारी और इसके अलावा विभिन्न इनक्यूबेटरों और ऐकसैलरेटरों के दरमियान सांझेदारी यकीनी बना कर, तकनीक, नीति और पूँजी की मदद से उद्यम समर्थकी एक अलग माहौल सृजन करने में अहम भूमिका निभाएगा।

पंजाब इनोवेशन मिशन के दो अहम स्तंभ पौलीनेटर (विदेशों में बसते भाईचारे तक पहुँच, चुनौतियां/हैकाथौन, इनक्यूबेटर ट्रेनिंग जिसमें सभी सबंधित पक्ष और इनक्यूबेटर एक दूसरे के साथ जुड़ेंगे) और ऐकसैलरेटर (स्टार्ट-अप्पस सम्बन्धी नेतृत्व और इनको गतिशील बनाना) होंगे। हालाँकि, यह मिशन किसी एक क्षेत्र की तरफ समूचा ध्यान नहीं देगा परन्तु इसकी तरफ से ऐग्रीटैक, फूड प्रोसेसिंग, हैल्थकेयर, फार्मा, बायोतकनालोजी, लाईफ सायंसिज, आई.टी./आई.टी.ई.एस., गेमिंग और खेल, कला और मनोरंजन की तरफ खास ध्यान केंद्रित किया जायेगा।

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सरकार की तरफ से पहले तीन वर्षों के लिए 10 करोड़ रुपए का चालू खर्चा मुहैया करवा के पंजाब इनोवेशन मिशन और पंजाब इनोवेशन फंड का कामकाज चलाने में मदद की जायेगी। इस मिशन की स्थापना मोहाली में मंडी बोर्ड के कालकट भवन में से जायेगी, जहाँ दो मंजिलें (तकरीबन 12,000 स्कुएयर फीट) कम से -कम 15 वर्षों के लिए लंबे समय के पट्टे पर मुहैया करवाई जाएंगी जिनमें सभी आम सुविधाओं और सांझी जगह भी शामिल होंगी। पहले तीन वर्षों के लिए यह जगह मुफ्त मुहैया करवाई जायेगी। मिशन की गतिविधियों को उद्योग और वाणिज्य विभाग, इनवैस्ट पंजाब और पंजाब स्टेट कौंसिल फॉर साईंस एंड तकनोलोजी की तरफ से मदद दी जायेगी।

इनोवेशन फंड में निजी व्यक्तियों की हिस्सेदारी को उत्साहित

पंजाब इनोवेशन फंड में निजी व्यक्तियों की हिस्सेदारी को उत्साहित करने के लिए राज्य सरकार ने अपनी आमदनी की सीमा 10 प्रतिशत तक तय/निधार्रित करने का फैसला किया है। सरकारी योगदान की इस 10 प्रतिशत सीमा से ज़्यादा की कमाई पंजाब इनोवेशन फंड में वापस चली जायेगी और जिसका इस्तेमाल फंड के चालू खर्चों की पूर्ति के लिए किया जायेगा। राज्य सरकार की तरफ से निजी निवेश को बढ़ावा देने के लिए फंड की मियाद बीतने के मौके पर पंजाब इनोवेशन फंड में निवेश करने वाले पहले पाँच निवेशकों के द्वारा निवेशित प्रमुख रकम के 20 प्रतिशत हिस्से गारंटी देने का फैसला किया है।

इस गारंटी की अधिकतम कुल सीमा प्रति निवेशक 2 करोड़ रुपए निश्चित गई है और यह सरकार के लिए अधिक से अधिक संभावित 10 करोड़ रुपए की देनदारी में जुड़ेगी। सरकार के द्वारा यह कदम इस पक्ष को मद्देनजर रखते हुए उठाया गया है कि इनोवेशन फंड द्वारा स्टार्ट-अप्पस में ऐसे निवेश खास तौर पर मूलभूत पड़ावों के दौरान बाजार की उथल-पुथल का शिकार हो सकते हैं।















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