नई दिल्ली। नए कृषि कानूनों के विरोध में मंगलवार को राष्ट्रव्यापी भारत बंद (Bharat Bandh) के बाद 13 किसान नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) से मुलाकात करने के लिए पहुंचा. गृह मंत्री और किसान नेताओं के बीच भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के गेस्ट हाउस में बातचीत जारी है. इस बैठक में कृषि सचिव और दूसरे अधिकारी भी शामिल हुए हैं।
बैठक में शामिल किसान नेता रुलदू सिंह नाराज होकर वापस सिंघु लौट गए हैं. उन्होंने बताया कि सरकार हमें बैठके के लिए कंफ्यूस कर रही है. हालांकि बाकी के 12 किसान नेताओं के साथ सरकार बैठक कर रही है।
अमित शाह से बातचीत ‘शुभ संकेत’
भारत बंद के बाद भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने अमित शाह के साथ बैठक को शुभ संकेत माना है. उन्होंने कहा कि तमाम किसानों के साथ हम अमित शाह से मुलाकात करेंगे. और कृषि कानून को लेकर चल रहे मसले को सुलझने की कोशिश करेंगे. उन्होंने आगे कहा था कि हम सिंघु बॉर्डर जा रहे हैं और फिर वहां से गृह मंत्री की बैठक में जाएंगे।
5 दौर की वार्ता के बाद भी नहीं सुलझा मसला
गौरतलब है कि विज्ञान भवन में बीते शनिवार को किसान नेताओं के साथ हुई 5वें दौर की वार्ता पहले हुई थी. जिसमें मोदी सरकार के तीनों मंत्रियों नरेंद्र सिंह तोमर, पीयूष गोयल और सोम प्रकाश का मिजाज भले ही नरम रहा हो, लेकिन किसान नेता मांगों को लेकर मुखर रहे थे. यहां तक कि जब बात नहीं बनी तो किसान नेताओं ने बायकाट की चेतावनी भी दे डाली. और Yes/No का प्लेकार्ड खेला था. किसान नेताओं ने मंत्रियों से कहा, ‘सरकार कानून वापस लेगी या नहीं, यस या नो में जवाब दीजिए।







