नई दिल्ली। NIA ने विदेशों में बैठे 16 खालिस्तानियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है. ये सभी आरोपी भारत के खिलाफ विदेश में बैठकर साजिश रच रहे हैं और जनमत संग्रह (Referendum 2020) चला रहे थे. NIA ने इन सभी खालिस्तानियों के खिलाफ UAPA की धारा 13,17,18 और IPC 120B, 124A, 153A, 153B और 505 में दाखिल की है।
NIA की UAPA के तहत दाखिल हुई चार्जशीट में आतंकी घोषित गुरपतंवंत मान सिंह पन्नू, हरदीप सिंह निज्जर और परमजीत सिंह उर्फ पम्मा समेत अवतार सिंह पन्नू, गुरप्रीत सिंह बागी, हरप्रीत सिंह, सरबजीत सिंह, अमरदीप सिंह पुरेवाल, जे एस धालीवाल, दुपिंदरजीत सिंह, कुलवंत सिंह, हरजाप सिंह, सरबजीत सिंह, जतिंदर सिंह ग्रेवाल, कुलवंत सिंह मोताथा और हिम्मत सिंह का नाम शामिल है।
ये सभी खालिस्तानी आरोपी अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और यूके में बैठकर भारत के खिलाफ साजिश रच रहे हैं. दो दिन पहले भी सिख फॉर जस्टिस के लोग भारत में चल रहे किसानों के प्रदर्शन के सर्मथन में लंदन में भारतीय दूतावास के बाहर खालिस्तानी झंडों के साथ प्रदर्शन कर रहे थे, मकसद सिर्फ भारत में किसी तरह खालिस्तान को जिंदा करना है।
खालिस्तानियों से मिला है सिख फॉर जस्टिस का ग्रुप
दरअसल, सिख फॉर जस्टिस ने खुद को Human Rights Advocacy Group के नाम से बनाया हुआ है लेकिन असल में ये पाकिस्तान में बैठे खालिस्तानियों की साजिश का एक बड़ा हिस्सा है. बता दें कि सिख फॉर जस्टिस सोशल मीडिया, फोन कॉल, फेसबुक, ट्वीटर, यूट्यूब, वेबसाइट के जरिये प्रोपेगंडा फैलाने में लगा हुआ है. गुपतंवंत सिंह पान्नी की रिकार्डेड आवाज में विदेशों के नंबरों से भारत में लगातार फोन किये जा रहे थे और लोगों को भड़कानें की कोशिश की जा रही थी।
लगातार सोशल मीडिया के जरिये मैसेज भेज के पंजाब के लोगों को देश के खिलाफ भड़काने की कोशिश और खालिस्तान के सर्मथन में लाने की कोशिश की जा रही थी. इतना ही नहीं, भारतीय सेना की सिख रेजिमेंट को भी भड़का कर बगावत करवाने की कोशिश इन खालिस्तानियों की तरफ से की गयी थी।
पंजाब में नेताओं की हत्या कर दंगे कराने की थी साजिश
दो दिन पहले दिल्ली पुलिस ने भी खालिस्तानियों की एक और साजिश का खुलासा किया था जिसमें गैंगस्टर को कश्मीरी आतंकियों के साथ मिला कर नारको टेरर बढ़ाया जा रहा था और पंजाब में नेताओं की हत्या कर दंगे करवाने की साजिश रची जा रही थी. NIA ने जब पूरे मामले की जांच की तो उसके बाद जुटाये गये सबूतों के आधार पर भारत सरकार ने अमेरिका में बैठे गुरपतवंत सिंह पन्नून, हरदीप सिंह निज्जर और परमीत सिंह उर्फ पम्मा को आतंकी घोषित किया था. इसी के बाद NIA ने गुपतवंत सिंह पन्नून की अमृतसर में और हरदीप सिंह की जालंधर में संपति भी अटैच की है।