कतर पहुंचे विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा- आत्मनिर्भरता के रास्ते पर तेजी से बढ़ रहा भारत। कतर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रील और कतरी बिजनेस एसोसिएशन अध्यक्षों से की मुलाकात
दोहा। भारतीय विदेश मंत्रालय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ को वैश्विक पटल पर नई ऊंचाई दिलाने में जुटा हुआ है। इस कड़ी में विदेश मंत्री डा. एस जयशंकर अपनी दो दिवसीय यात्रा पर खाड़ी देश कतर पहुंचे, जहां उन्होंने अपने कतरी समकक्ष के साथ दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने को लेकर विस्तार से चर्चा की। बैठक में जयशंकर ने कतर के उप प्रधानमंत्री व विदेश मंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान बिन जासिम अल-थानी से द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मसलों पर वार्ता की। इसके बाद उन्होंने कतर नेशनल म्यूजियम का दौरा भी किया।
डा. एस. जयशंकर की इस यात्रा को लेकर विदेश मंत्रालय की तरफ से एक बयान भी जारी किया गया। जिसमें बताया गया कि बतौर विदेश मंत्री एस जयशंकर की यह पहली कतर यात्रा है। जिसकी शुरुआत उन्होंने गोमलेज सम्मेलन से की। जिसमें उन्होंने दोनों देशों के बीच व्यापार और साझेदारी को मजबूत करने की प्रतिबद्धता को लेकर वहां के कारोबारियों की सराहना की।
भारत अब आत्मनिर्भरता के रास्ते पर तेजी से बढ़ रहा है
इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत अब आत्मनिर्भरता के रास्ते पर तेजी से बढ़ रहा है। इसलिए वहां पर निवेश बढ़ाकर आपसी रिश्तों को मजबूत किया जा सकता है और लाभ कमाया जा सकता है। इसके साथ ही उन्होंने कतर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रील (क्यूसीसीआई) और कतरी बिजनेस एसोसिएशन (क्यूबीए) के अध्यक्ष शेख खलीफा और शेख फैसल से मुलाकात कर उन्हें धन्यवाद दिया।
बता दें कि भारत और कतर के संबंध काफी प्रगाढ़ हैं। दोनों देशों के बीच मजबूत आर्थिक, सांस्कृतिक और नागरिक स्तर पर रिश्ते हैं। वहां पर 7 लाख से ज्यादा भारतीय कार्य करते हैं, जो वहां की तरक्की में बड़ा योगदान दे रहे हैं। दोनों देशों के बीच 2019-20 में 10.95 अरब डॉलर (करीब 80 हजार करोड़ रुपये) का रहा है।







