ठंड की परवाह किए बिना सुबह से गन्ना एवं धान खरीद केन्द्रों तथा निराश्रित गो आश्रम स्थलों का निरीक्षण कर रहें आला अफसर। आला अफसरों को पहली बार अपने बीच पाकर ग्रामीण खुश
डेली संवाद, लखनऊ
चाहे कुछ हो जाए, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपना लक्ष्य छोटा नहीं रखते हैं। उनका हर फैसला बड़े फलक और सूबे की विशाल आबादी को प्रभावित करने वाला होता है। अपनी इसी सोच के तहत मुख्यमंत्री ने कोरोना संक्रमण से लोगों को बचाने और कोरोना संकट के दौरान पलायन करके आ रहे श्रमिकों की मदद करने के मामले में सरकार के समूचे तंत्र को लोगों की मदद में लगा दिया था। अब इसीक्रम में मुख्यमंत्री ने राज्य में किसानों का सुख दुःख जानने के लिए ग्राउंड जीरो पर यूपी की टाप ब्यूरोक्रेसी को उतार दिया है। जिसके तहत मुख्यमंत्री ने धान और गन्ना खरीद,गोआश्रयों की हकीकत का पता लगाने को लेकर सूबे के सभी 75 जिलों में वरिष्ठ आईएएस अफसरों को नोडल अफसर बनाकर भेजा है।
अब मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिलों में पहुंचे अधिकारी ठंड की परवाह किये बिना सुबह से ही गन्ना एवं धान खरीद केन्द्रों तथा निराश्रित गो आश्रम स्थलों का निरीक्षण कर रहें हैं। राज्य में यह पहला मौका है, जब सूबे के सीनियर आईएएस अफसरों को सभी 75 जिलों नोडल अफसर बनाकर भेजा गया है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर 27 से 29 दिसंबर तक यह अधिकारी जिलों में रुकेंगे। इस दौरान यह नोडल अफसर जिलों में गन्ना-धान खरीद केंद्र व निराश्रित गोशालाओं का भी निरीक्षण करके वहां की समस्याओं को जानेंगे। फसलों की सिंचाई, नहरों में पानी की उपलब्धता, बिजली आपूर्ति, वरासत अभियान तथा पुलिस संबंधी शिकायतों की भी समीक्षा करेंगे। इन अफसरों को धान खरीद में किसी तरह की शिकायत व जांच में पुष्टि होने पर जिम्मेदार कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के भी निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर चिन्हित किये गए जिलों में अधिकारी
मुख्यमंत्री के निर्देश पर चिन्हित किये गए जिलों में तीन दिन रुक कर अब यह अधिकारी धान क्रय केंद्रों, गन्ना खरीद केंद्रों तथा गौआश्रय स्थलों का दौरा कर लोगों की समस्याओं को सुन रहें हैं। मौके पर ही किसानों की समस्याओं का निदान किया जा रहा है। यही नहीं नोडल अधिकारी जिले में गौ-आश्रय स्थलों की व्यवस्था, विशेष वरासत अभियान, विद्युत आपूर्ति और किसानों को उपलब्ध कराई जा रही सिंचाई सुविधा की भी समीक्षा कर रहें हैं।
इसी प्रकार अपर मुख्य सचिव हेमंत राव ने औरैया में धान क्रय केंद्र का दौरा किया। अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने बरेली में वैक्सीनेशन की तैयारियों की समीक्षा की और प्रतिदिन तीन हजार लोगों के सैंपल लेकर जांच करने का निर्देश दिया। उन्होंने विदेश से आने वालों की कोविड जांच करने का भी निर्देश दिया और अस्पताल में भर्ती मरीजों से मिले। मरीजों से उन्होंने पूछा कि डाक्टर आपका ख्याल रख रहे हैं या नहीं। बहेडी के धान खरीद केंद्र का भी उन्होंने निरीक्षण किया और उसके बाद समीप के गुड्वारा गाँव में सरकारी स्कूल में चौपाल लगाकर ग्रामीणों की जनसमस्याओं को भी उन्होंने सुना।
इसी प्रकार अपर मुख्य सचिव गन्ना एवं चीनी उद्योग संजय भूसरेड्डी, प्रमुख सचिव डिंपल वर्मा तथा कानपुर के मण्डलायुक्त राजशेखर आदि ने भी धान खरीद केन्द्र का निरीक्षण किया और वरासत अभियान की प्रगति की जानकारी ली। ग्रामीणों की समस्याओं के बारे में भी इस अफसरों के जानकारी प्राप्त की।
चौपाल लगाकर किसानों की समस्याओं को जाना
बरेली जिले के नोडल अधिकारी अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल में बहेड़ी में धान खरीद सेंटर का निरीक्षण किया। किसानों से भी बात की। जिस पर किसानों ने धान की तौल कम होने के शिकायत की। किसानों ने बताया कि बहेड़ी में धान खरीद के सेंटर कम होने से किसानों को धान तुलवाने काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। एक हफ्ते में तौल का नंबर आता है। अपर मुख्य सचिव ने डीएम बरेली से धान खरीद के सेन्टर बढ़ाने को कहा। उन्होंने धान खरीद के लिए किए गए प्रबंधों को देखने के बाद वही गुड़वारा गांव में सरकारी स्कूल में चौपाल लगा कर ग्रामीणों की जनसमस्याओं को भी सुना।
ग्रामीणों ने उन्हें बताया कि उनके गांव में जब से हाइवे बना है जब बारिश में गांव में पानी भर जाता है तो परेशानी बढ़ जाती हैं, अगर स्टेट हाइवे वाले फोरलेन रोड के दोनों ओर नाले बनवा दे तो जलभराव की समस्या खत्म हो जाएगी। ग्रामीणों ने बिजली समस्या, सरकारी आवास नही मिलने आदि की समस्या भी नोडल अधिकारी के सामने रखी। जिसके बाद अपर मुख्य सचिव ने सीडीओ बरेली से गांव के समस्याओं का निस्तारण करने के आदेश दिए। उसके बाद नवनीत सहगल ने बहेड़ी में बने गोशाला केंद्र व सरकारी अस्पताल के निरीक्षण किया जिसमें जो भी खामियां मिली उन्हें तुरंत सुधारने के निर्देश दिए।







