पटना। देश के अधिकांश हिस्सों में जारी किसान आंदोलन (Kisan Andolan) के समर्थन में मंगलवार को बिहार की राजधानी पटना (Patna) में भी लोग सड़कों पर उतरे हैं. किसान महासभा ने पटना में राजभवन मार्च का कार्यक्रम आयोजित किया है, जिसको लेकर प्रदर्शनकारियों की पुलिस से झड़प भी हुई है।
किसान महासभा के सैंकड़ो लोग राजभवन मार्च में शामिल हैं जिनकी पुलिस से झड़प हुई है. गांधी मैदान में लगाई गई बैरिकेटिंग तोड़ मार्च डाकबंगला की तरफ बढ़ा जिसके बाद पुलिस और प्रदर्शनकारियों में नोक झोंक शुरू हो गई।
प्रदर्शन और राजभवन मार्च के कार्यक्रम को देखते हुए प्रशासन ने डाकबंगला चौराहे को सील कर दिया था साथ ही हुए प्रदर्शनकारियों को आगे जाने की इजाजत नहीं दी है. इस दौरान डाकबंगला पर लाठी चार्ज कर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा है. पटना में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच ये नोंकझोंक जारी है।
नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े किसान दिल्ली बॉर्डर पर डटे हुए हैं. इनकी संख्या हजारों में हैं. किसानों और किसान संगठनों को डर सता रहा है कि नए कानून की वजह से कृषि क्षेत्र में निजी कंपनियों का प्रभाव बढ़ जाएगा और उनकी (किसान) आमदनी कम हो जाएगी।
प्रदर्शनकारी किसानों की मांग है कि कृषि कानूनों को रद्द या निरस्त किया जाए और न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी दी जाए. सरकार और किसानों के बीच कई दौर की बैठकें हो चुकी हैं, लेकिन ये बैठकें बेनतीजा रहीं. सरकार नए कानूनों को लेकर जारी गतिरोध को खत्म करने में फिलहाल विफल रही है. अगले दौर की बातचीत के लिए 40 किसान संगठनों के नेताओं को 30 दिसंबर को बुलाया गया है।







