वैकल्पिक चिकित्सा के क्षेत्र में नए कीर्तिमान कायम करेगा न्यूरो थैरेपी : अजय गांधी

Daily Samvad
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डिजिटल प्लेटफार्म आपसी समन्वय में मील का पत्थर : राम गोपाल परिहार

ram gopal

अशोक सिंह भारत
डेली संवाद, देहरादून
लाजपत राय मेहरा न्यूरो थैरेपी रिसर्च एंड ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट के तत्वाधान में हरिद्वार के जम्मू यात्री भवन में चल रहे अखिल भारतीय न्यूरो थेरेपपिस्ट आर्गनाइजेशन के तीन दिवसीय अधिवेशन के अंतिम दिन सबसे पहले राष्ट्रगान के साथ गणतंत्र दिवस मनाया गया। इसके बाद न्यूरो थैरेपी विधा के जनक लाजपत राय मेहरा “गुरु जी” के चित्र पर पुष्प अर्पित कर आज के कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।

संरक्षक अजय गांधी ने अंडमान निकोबार और देश के तेरह अन्य प्रदेशों से आए हुए प्रतिनिधियों का आभार व्यक्त करते हुए विश्वास दिलाया कि न्यूरो थैरेपी के विकास की सकारात्मक प्रभाव वाली रफ़्तार वैकल्पिक चिकित्सा के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगी। औषधि विहीन इस चिकित्सा प्रणाली के प्रति लोगों में बढ़ता हुआ रुझान इसके उज्जवल भविष्य की गाथा का परिचायक हैं।

न्यूरो थैरेपी का एप्प लांच

संगठन के संस्थापक महासचिव और आईटी एवं मीडिया सेल के राष्ट्रीय प्रमुख रामगोपाल परिहार के नेतृत्व में न्यूरो थैरेपी का एप्प लांच किया गया। इसकी विस्तृत जानकारी विस्तार से पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुश्री अंजना भानुमति ने प्रतिनिधियों के साथ साँझा की। संगठन के वरिष्ठ कार्यकारिणी सदस्य और पूर्व कोषाध्यक्ष सुमित महाजन ने राष्ट्रीय स्तर पर गठित कार्यकारी टीम के बारे में जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि एजुकेशन सेल की प्रमुख सुश्री अंजना भानुशाली, केस स्टडी एवं पब्लिकेशन प्रभारी पूर्व सचिव बीरेन्द्र प्रसाद चौरसिया, नेशनल कैंप प्रमुख पूर्व राष्ट्रीय प्रधान अजय कुशवाहा, आईटी एवं मीडिया तथा मन्त्रालय समन्वयक संस्थापक महासचिव राम गोपाल परिहार, राष्ट्रीय समन्वयक प्रमुख अजय गांधी, इसके अलावा डाक्यूमेंटेशन प्रमुख पुष्पक श्रीवास्तव हैं।

दो सौ नए विद्यार्थियों के एडमिशन का लक्ष्य

वर्ष 2021-22 के लिए भावी कार्यक्रम की जानकारी देते हुए संस्थापक महासचिव राम गोपाल परिहार ने बताया कि इस वर्ष देश के सभी न्यूरो थैरेपी स्टडी केंद्रों में दो सौ नए विद्यार्थियों के एडमिशन का लक्ष्य रखा गया है, इसके अलावा इस विधा के प्रचार प्रसार के तहत देश के 18 प्रांतों में नि:शुल्क न्यूरो थैरेपी कैंप आयोजित किया जाना है। इसके साथ ही 20 केस स्टडी को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर के मेडिकल जर्नल में प्रकाशित कराने का भी फैसला लिया गया है। उन्होंने य़ह भी बताया कि अगले वार्षिक अधिवेशन में संगठन के करीब सभी पांच सौ से अधिक रजिस्टर्ड प्रतिनिधियों की उपस्थिति को अनिवार्य कर दिया गया है।















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