डेली संवाद, जालंधर/नई दिल्ली
पंजाब के फिल्लौर में मंदिर के पुजारी को गोली मारने की घटना अप्रत्याशित है। चौंकाने वाली बात तो यह है कि यह वही गांव हैं, जहां खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) के प्रमुख हरदीप सिंह निज्जर की 11 कनाल 13 मरले जमीन है, जिसे पिछले साल राष्ट्रीय जांच एजैंसी (NIA) ने कुर्क करने का आदेश दिया था। जालंधर पुलिस अभी कुछ नहीं बता रही है, लेकिन आस-पास के गांव के लोग इस गोलीबारी को इस जमीन से जोड़कर देख रहे हैं।
द ट्रिब्यून में 8 सितंबर 2020 को प्रकाशित एक खबर के मुताबिक राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने अपनी जांच में पाया है कि खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) के प्रमुख और मूलता जालंधर के रहने वाले हरदजीप सिंह निज्जर का भर सिंहपुरा गांव में 11 कनाल 13 मरले जमीन है। उक्त खबर में बताया गया है कि अमृतसर में नामित आतंकवादियों गुरपतवंत सिंह पन्नू और जालंधर में हरदीप सिंह निज्जर के स्वामित्व वाली अचल संपत्तियों की कुर्की करने का सरकार ने आदेश दिया।
हरदीप सिंह निज्जर खालिस्तान टाइगर फोर्स का प्रमुख
खबर के मुताबिक अमेरिका में स्थित गुरपतवंत सिहं पन्नू सिख फार जास्टिस (SFJ) का प्रमुख हैं जबकि कनाडा में रहने वाले हरदीप सिंह निज्जर खालिस्तान टाइगर फोर्स के प्रमुख हैं। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से छपी खबर में कहा गया है कि पन्नू के पास खानकोट गाँव में 46 कनाल और अमृतसर जिले में सुल्तानविंड के भनिवाल में 11 कनाल 13.5 मरला जमीन है। जबकि निज्जर के पास जालंधर के फिल्लौर के भर सिंहपुरा गांव में 11 कनाल 13 मरले जमीन है।
रविवार सुबह-सुबह फिल्लौर के धार्मिक स्थल पर गोलियां चलने का समाचार है। हमले में डेरे का पुजारी संत ज्ञान मुनि और उन्हें बचाने का प्रयास कर रही लड़की सिमरन बुरी तरह से घायल हो गई हैं। उन्हें जालंधर के सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। बताया जा रहा है कि घटना के बाद मौके पर भगदड़ मच गई। हमलावर मौके से फरार हो गया। घटना के समय मौके पर संगत भी मौजूद थी। पुलिस के आला अधिकारियों समेत देहात पुलिस ने मौके पर पहुंच जांच शुरू कर दी है।
आतंकवादियों की जमीन कुर्क करने का आदेश
सरकार ने इन दोनों आतंकवादियों की जमीन कुर्क करने का आदेश दिया हुआ है। रविवार को सुबह भर सिंहपुरा में मंदिर में गोलीबारी हुई, तो यह चर्चा फिर से जोर पकड़ने लगी कि उक्त जमीन को लेकर फिर से निज्जर के लोगों ने हमला किया होगा। मंदिर में जिस तरह से बदमाशों ने चल रहे कार्यक्रम में घुसकर पुजारी संत ज्ञान मुनि पर गोलियां चलाई, उससे यह सहज अनुमान लगाया जा सकता है कि यह काम किसी छोटे-मोटे गुंडे का नहीं हो सकता है। बताया जा रहा है कि इसं मंदिर की स्थापना को लेकर कुछ समय पहले विवाद हुआ था। फायरिंग की घटना को उसी के साथ जोड़कर देखा जा रहा है। पुलिस हर एंगल से घटना की जांच में जुट गई है।
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