चमोली में ग्लेशियर फटा, उत्तराखंड से लेकर यूपी तक बाढ़ के खतरे का अलर्ट जारी, देखें Video

Daily Samvad
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चमोली। उत्तराखंड के चमोली जिले में ऋषिगंगा नदी पर पावर प्रोजेक्ट के डैम का एक हिस्सा टूट गया है। इससे अलकनंदा नदी में प्रवाह बढ़ गया है। सूचना पर जिला प्रशासन और पुलिस की टीम मौके पर रवाना हो गई है। घटना के बाद ऋषिकेश, हरिद्वार सहित मैदानी इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया गया है।

डैम टूटने से अलकनंदा नदी का जल प्रवाह अप्रत्याशित रूप से बढ़ा है। अभी किसी प्रकार के जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं है लेकिन प्रशासन अलर्ट मोड पर है। बता दें कि जोशीमठ से आगे नीति मार्ग पर निजी कंपनी का ऋषिगंगा नदी पर पावर प्रोजेक्ट है, यहां करीब 24 मेगावाट बिजली का उत्पादन होता है।

किसी भी प्रकार की अफ़वाहों पर ध्यान ना दें

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ट्वीट कर के कहा है कि चमोली ज़िले से एक आपदा का समाचार मिला है। ज़िला प्रशासन, पुलिस विभाग और आपदा प्रबंधन को इस आपदा से निपटने की आदेश दे दिए हैं। किसी भी प्रकार की अफ़वाहों पर ध्यान ना दें । सरकार सभी ज़रूरी कदम उठा रही है।

बताया जा रहा है कि पहाड़ी से ग्लेशियर का एक हिस्सा टूटकर इस डैम पर गिरा। इससे डैम का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त होने से डैम का पानी तेजी से अलकनंदा नदी में जाने लगा है। अलकनंदा नदी का प्रवाह बढ़ने से केंद्रीय जल आयोग ने अपनी सभी चौकियों पर अलर्ट जारी किया है। ऋषिकेश तथा हरिद्वार में 6 से 7 घंटे के भीतर इस पानी के पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है।

ग्लेशियर फटने से बांध क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे धोली नद में बाढ़ आ गई है। तपोवन बैराज पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है। घटना के बाद से कई लोग लापता बताए जा रहे हैं। चमोली से हरिद्वार तक खतरा बढ़ने से अलर्ट जारी हो गया है। पुलिस व एसडीआरएफ की टीमें नदी किनारे की बस्तियों को लाउडस्पीकर से अलर्ट करने के साथ ही खाली कराने में जुट गई है। ऋषिकेश में भी गंगा नदी से बोट राफ्टिंग संचालकों को हटाया जा रहा है।

परियोजना को झील का पानी कम किया जा रहा है

मामले को गंभीरता से लेते हुए श्रीनगर जल विद्युत परियोजना को झील का पानी कम किया जा रहा है ताकि अलकनंदा का जल स्तर बढ़ने पर अतिरिक्त पानी छोड़ने में दिक्कत न हो। श्रीनगर पुलिस ने नदी किनारे बस्तियों में रह रहे लोगों से सुरक्षित स्थानों में जाने की अपील कर रही हैं। साथ ही नदी में काम करने वाले मजदूरों को भी हटा दिया गया है।

चमोली के जिला प्रशसान के अनुसार ग्लेशियर फटने से काफी नुकसान की सूचना आ रही है। पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके पर रवाना हो चुकी हैं।मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सचिव आपदा प्रबंधन और डीएम चमोली से पल-पल की जानकारी ले रहे हैं। मुख्यमंत्री घटनास्थल का हवाई सर्वेक्षण करने के साथ ही चमोली जिले के सभी अधिकारियों की आपात बैठक बुला सकते हैं।

उत्तराखंड में ग्लेशियर फटा, भारी तबाही की आशंका। यूपी में अलर्ट जारी

https://www.youtube.com/watch?v=259kRUOPj2A




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