देहरादून। ग्लेशियर टूटने से चमोली के 11 गांवों का संपर्क मार्ग टूट गया है। इसके लिए सेना और राज्य सरकार के हेलीकॉप्टर तैनात किए गए हैं। 7 लोगों की डेडबॉडी मिली है। मृतक परिवार को 4-4 लाख आर्थिक सहायता दी जाएगी। 180 भेड़ बकरियां बह गई। चरवाहे भी बह गए हैं। 150 लोगों के लापता होने की सूचना है। उत्तराखंड में ग्लेशियर फटने से भारी तबाही के बाद अबतक 10 लोगों की मौत हुई है। माना जा रहा है कि मृतकों का आंकड़ा और बढ़ सकता है।
उक्त बातें मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रेस कांफ्रेंस में कही। उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने एलान किया है कि घटना में जिन लोगों की मृत्यु हुई है, उन सभी को 4-4 लाख रुपये का मुआवजा राज्य सरकार देगी।
ITBP के जवान रस्सी से सुरंग के अंदर पहुंचे
उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा, ITBP के जवान रस्सी से सुरंग के अंदर पहुंचे। अभी 1 घंटे पहले तक वो लगभग 150 मीटर अंदर तक पहुंच पाए थे। ये सुरंग लगभग 250 मीटर लंबी है। उन्होंने कहा कि हमारी सेना के लोग वहां पहुंच गए हैं। NDRF की एक टीम दिल्ली से यहां पहुंची है। मेडिकल सुविधा की दृष्टि से वहां सेना के, पैरामिलिट्री फोर्सेज के और हमारे राज्य के डॉक्टर के वहां कैंप किए गए हैं।
त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा, हमने वहां का हवाई सर्वे किया, इसके बाद रेणी गांव जहां तक जाया जा सकता है, वहां तक रोड से जाकर जायजा लिया। इससे पहले उन्होंने कहा कि नदी के बहाव में कमी आई है जो राहत की बात है और हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है।
बता दें कि उत्तराखंड में ग्लेशियर फटने से भारी तबाही हुई है। दो NTPC प्रोजेक्ट को नुकसान है। इस घटना में डेढ़ सौ लोगों के लापता होने की आशंका है और अबतक 10 शव बरामद किए गए हैं। इस बीच रेस्क्यू में जुटे ITBP के जवानों ने तपोवन की टनल में फंसे लोगों को निकाला है।
उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने से 11 गांवों का संपर्क मार्ग टूटा, प्रेस कांफ्रेस Live
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