डेली संवाद, नई दिल्ली
चुनाव आयोग ने बंगाल (Bengal), असम(Assam), तमिलनाडु (Tamilnadu), केरल(kerla) और पुडुचेरी (Puducherry) में होने वाले विधानसभा चुनाव के तारीखों की घोषणा कर दी है। तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, केरल, असम और पुडुचेरी में 2.7 लाख मतदान केंद्रों पर 18.68 करोड़ लोग अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे। सभी राज्यों में चुनाव की मतगणना एक साथ दो मई को होगी।
असम में 3 चरण में विधानसभा चुनाव होंगे। पहले चरण में 47 सीटों पर 27 मार्च को वोटिंग होगी। दूसरे चरण की 49 पर 1 अप्रैल को वोटिंग होगा। तीसरे चरण की 40 सीटों पर 6 अप्रैल को वोटिंह होगा सभी जगहों पर 2 मई को नतीजे घोषित किए जाएंगे।
केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में एक ही चरण में मतदान
केरल के 140 विधानसभा सीट पर एक चरण में मतदान होंगे। 12 मार्च को 22 मार्च को स्कूटनी 22 मार्च को नामांकन वापस लिया जा सकता है। 6 अप्रैल को मतदान होगा। तमिलनाडु के 234 सीट पर एक ही चरण में वोट डाले जायेंगे. यहां 6 अप्रैल को मतदान होगा। पुडुचेरी में भी एक चरण में वोट डाले जायेंगे। यहां भी मतदान 6 अप्रैल को होगा।
पश्चिम बंगाल में 8 चरण में मतदान होगा। पहले चरण में मतदान 27 मार्च को होगा। दूसरे चरण में 30 सीट पर पड़ेंगे। वोट दूसरे चरण का मतदान एक अप्रैल को होगा। तीसरे चरण का मतदान 31 सीट पर होगा और 6 अप्रैल को यहां वोट डाले जायेंगे। चौथे चरण में 44 सीट वोट डाले जायेंगे और मतदान 10 अप्रैल को होगा। पांचवें चरण का चुनाव 45 सीट पर होगा, वोट 17 अप्रैल को डाले जायेंगे। छठे चरण में 43 सीट पर वोट डाले जायेंगे और मतदान 22 अप्रैल को होगा। सातवें चरण का मतदान 36 सीट पर होगा और मतदान 26 अप्रैल को होगा। आठवें और अंतिम चरण का मतदान 35 सीट पर होगा इस चरण के लिए वोट 29 अप्रैल को डाले जायेंगे।
पुदुचेरी में उम्मीदवारों को अधिकतम 22 लाख रुपये खर्च करने की इजाजत होगी, बाकी 4 राज्यों में 38 लाख रुपये की अधिकतम सीमा होगी। आयोग ने कहा कि राजनीतिक दल अपने अपराधिक रिकॉर्ड वाले उम्मीदवार के बारे में लोकल अखबार, चैनल और अपनी वेबसाइट पर जानकारी देंगे. ताकि जनता को पता रहे कि उम्मीदवार कैसा है?
80 साल से ज्यादा के लोग अगर चाहें तो बैलेट पेपर के जरिये वोटिंग कर सकते हैं
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा कि कोरोना वायरस चुनौती के बीच चुनावों के लिए हमने मतदाताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उचित कदम उठाए हैं और व्यवस्थाएं सुनिश्चित की हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए चुनाव आयोग ने राज्यसभा की 18 सीटों पर चुनाव के लिए ट्रायल शुरू किए थे। इसके बाद बिहार चुनाव की चुनौती आई, यह ईसीआई के लिए यह एक शानदार क्षण था। यह एक लिटमस टेस्ट की तरह सिद्ध हुआ।
चुनाव आयोग ने बताया कि 80 साल से ज्यादा के लोग अगर चाहें तो बैलेट पेपर के जरिये वोटिंग कर सकते हैं. लेकिन यह उनकी इच्छा पर है। चुनाव आयोग ने बताया कि इन राज्यों में 824 विधानसभा सीट पर मतदान होगा. सभी चुनाव अधिकारियों का टीकाकरण किया जायेगा। चुनाव आयोग ने घोषणा की कि सभी मतदान केंद्र ग्राउंड फ्लोर पर होंगे और इसमें कोई समझौता नहीं होगा।
ऑनलाइन नामांकन की सुविधा
चुनाव आयोग ने बताया कि नामांकन की सुविधा आनलाइन होगी. साथ ही फीस भी आनलाइन भरा जा सकेगा। सीईसी सुनील अरोड़ा ने कहा कि चुनाव के दौरान नियमों का पालन जरुरी होगा. घर-घर चुनाव प्रचार के लिए 5 लोगों के साथ में जाने की अनुमति होगी. उन्होंने कहा कि नामांकन की प्रक्रिया ऑनलाइन भी होगी. ग्राउंड फ्लोर सभी मतदान केंद्र होंगे। चार राज्य और एक केंद्र शासित प्रदेश में सीसीटीवी की निगरानी में मतदान होंगे।
सुनील अरोड़ा ने कहा कि चुनाव के दौरान स्पेशल, जनरल, खर्च और पुलिस ऑब्जर्वर तैनात होंगे. कई बार जरूरी होने पर चुनाव आयोग जिला ऑब्जर्वर पर निगरानी के लिए सेंट्रल आब्जर्वर भी भेजता है. उन्होंने कहा कि विवेक दुबे को पश्चिम बंगाल, दीपक मिश्रा को केरल, धर्मेंद्र कुमार को तमिलनाडु में स्पेशल पुलिस ऑब्जर्वर बनाकर भेजा जा रहा है।
पश्चिम बंगाल में 294 सीटें
प्रदेश में अभी तृणमूल कांग्रेस की सरकार है। 2016 के चुनाव में TMC को 211 सीटें मिली थीं। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 42 में से 18 सीटें जीती थीं। इसलिए विधानसभा चुनाव में पार्टी ने पूरा जोर लगा दिया है। इस बार का चुनाव TMC बनाम BJP हो गया है। यहां कांग्रेस, वामदलों और इंडियन सेकुलर फ्रंट के बीच गठबंधन तय है। फुरफुरा शरीफ की इंडियन सेकुलर फ्रंट को 30 सीटें दी गई हैं।
केरल में 140 सीटों पर लड़ाई
केरल में विधानसभा की 141 सीटे हैं। इसमें से 140 निर्वाचित और एक सीट नामित होती है। वर्तमान में यहां पिनराई विजयन के नेतृत्व में लेफ्ट की सरकार है। यहां सत्तारूढ़ लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) के पास 91 विधायक हैं। वहीं यूनाइडेट डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) के पास 47, एनडीए के पास एक और केरल जनपक्षम सेक्युलर (केजेएस) के पास एक सीट है।
तमिलनाडु में 234 विधानसभा सीटें
तमिलनाडु में विधानसभा की 234 सीटे हैं। इसमें सत्तारूढ़ ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मनेत्र कड़घम (एआईएडीएमके) के पास 136 विधायक हैं। वहीं द्रविड़ मुनेत्र कड़घम (डीएमके) के पास 89, कांग्रेस के पास सात और इंडियन मुस्लिम लीग के पास पांच विधायक हैं। वर्तमान में ईडापड्डी पलानीस्वामी राज्य के मुख्यमंत्री का कार्यभार संभाल रहे हैं। तमिलनाडु में मौजूदा सरकार का कार्यकाल मई 2021 को खत्म हो रहा है।
असम में 126 सीटों पर चुनाव
असम में विधानसभा की 126 सीट हैं। इसमें सत्तारूढ़ भाजपा के 60 विधायक हैं। वहीं कांग्रेस के पास 26 सीटे हैं। वर्तमान में राज्य का कार्यभार मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल संभाल रहे हैं। गौरतलब है कि 2001 से 15 साल तक कांग्रेस राज्य में सत्ता में रही थी। कांग्रेस ने आगामी विधानसभा चुनाव में भजपा नीत राजग का मुकाबला करने के लिए एआईयूडीएफ, भाकपा, माकपा, भाकपा (एमएल)और आंचलिक गण मोर्चा (एजीएम) के साथ एक महागठबंधन बनाया है।
पुडुचेरी में 30 विधानसभा सीटें
केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में 30 सीटें हैं। यहां विधानसभा में 3 नामित सदस्य होते हैं। यहां अब तक कांग्रेस गठबंधन वाली सरकार थी, लेकिन पिछले हफ्ते ही कई विधायकों ने कांग्रेस छोड़ दी। इससे सरकार अल्पमत में आ गई। CM नारायणसामी को इस्तीफा देना पड़ा। अभी यहां राष्ट्रपति शासन लागू है।
चुनाव की तारीखों के ऐलान से करीब 1 घंटे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने डेली वेज वर्कर्स की मजदूरी में बढ़ोतरी कर दी। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि वेस्ट बंगाल अर्बन एम्प्लॉयमेंट स्कीम के तहत डेली वेज वर्कर्स की मजदूरी बढ़ा दी गई है। अनस्किल्ड लेबर के लिए इसे 144 से बढ़ाकर 202 रुपए किया गया है। सेमी स्किल्ड वर्कर को 172 के बजाय 303 रुपए मिलेंगे। स्किल्ड लेबर की नई कैटेगिरी बनाई गई है। उन्हें 404 रुपए मिलेंगे। कुल 56,500 वर्कर्स को इससे फायदा मिलेगा।
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