डेली संवाद, चंडीगढ़
पंजाब की सियासत से जुड़ी बड़ी खबर आ रही है। खबर है कि कांग्रेस के नेता और पंजाब के पूर्व मंत्री नवजोत सिद्धू को एक बार फिर से मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कोई भी पद देने से इनकार कर दिया है। हालांकि बीते दिनों कैप्टन और सिद्धू की लंच डिप्लोमेसी से सियासत में नई हलचल शुरू हुई थी
पंजाब के फायरब्रांड नेता और पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को पार्टी हाईकमान ने उनके हाल पर छोड़ दिया है। आपको बता दें कि बुधवार को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिद्धू के बीच लंच और मुलाकात के बाद कयासबाजी की जा रही थी।
कांग्रेस पार्टी के सूत्रों की माने तो नवजोत सिद्धू पंजाब कांग्रेस में कैप्टन के समकक्ष ओहदा और रुतबा चाहते हैं, लेकिन यह न तो मुख्यमंत्री कैप्टन को पसंद है और न ही पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़ सिद्धू को कोई ऐसा पद देना चाहते हैं। जिससे यह साफ हो गया है कि नवजोत सिद्धू को उनकी पसंद का न तो कोई ओहदा मिलेगा और न ही उन्हें पंजाब कांग्रेस में ही कोई तरजीह मिलेगी।
मंत्री पद के इस्तीफे के बाद हाशिये पर सिद्धू
नवजोत सिद्धू ने जुलाई 2019 में कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद से वे लगातार हाशिये पर हैं। इस दौरान वे पार्टी हाईकमान पर दबाव बना रहे थे। 19 मार्च को एक ओर प्रयास करते हुए उन्होंने प्रियंका गांधी से मुलाकात की लेकिन इस बार भी सिद्धू के हाथ कुछ नहीं लगा है। हालांकि सिद्धू को लेकर पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ज्यादा सक्रिय हैं।